उपसर्ग MCQ Quiz - Objective Question with Answer for उपसर्ग - Download Free PDF
Last updated on Jun 2, 2025
Latest उपसर्ग MCQ Objective Questions
उपसर्ग Question 1:
निम्नलिखित को सुमेलित कीजिए:
सूची – I |
सूची – II |
||
A. |
दुस्साहस |
I. |
दुर् |
B. |
दुःख |
II. |
दुष् |
C. |
दुर्गुण |
III. |
दुस् |
D. |
दुष्कर्म |
IV. |
दुः |
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
उपसर्ग Question 1 Detailed Solution
सही उत्तर है - 4 (A - III, B - IV, C - I, D - II)
Key Points
सूची – I |
सूची – II |
||
A. |
दुस्साहस |
I. |
दुस् |
B. |
दुःख |
II. |
दुः |
C. |
दुर्गुण |
III. |
दुर् |
D. |
दुष्कर्म |
IV. |
दुष् |
Additional Information
दुस्साहस:-
दुःख:-
दुर्गुण:-
दुष्कर्म:-
|
उपसर्ग Question 2:
इनमें से 'प्रति' उपसर्ग से निर्मित शब्द है :
Answer (Detailed Solution Below)
उपसर्ग Question 2 Detailed Solution
'प्रति' उपसर्ग से निर्मित शब्द है : प्रत्यक्ष
Key Points
- प्रति + अक्ष = प्रत्यक्ष
- "प्रति" उपसर्ग और "अक्ष" मूल शब्द है।
- 'प्रत्यक्ष' का अर्थ - जो आंखों के सामने हो।
अन्य विकल्प -
- परि + इधि = परिधि।
- प्र + ख्यात = प्रख्यात।
- परा + भूत = पराभूत।
Important Points
- उपसर्ग शब्द के शुरू में जुड़ता है।
Additional Information कुछ महत्वपूर्ण उपसर्ग शब्द:-
- प्रति (प्रत्येक) - प्रतिदिन, प्रतिकूल, प्रतिरोध, प्रत्यारोपण, प्रतिस्पर्धा।
- प्र (आगे) - प्रदान, प्रबल, प्रयोग, प्रसार, प्रहार, प्रयत्न।
- परि (चारों ओर) - परिक्रमा, परिवार, परिपूर्ण, परिश्रम, परीक्षा, पर्याप्त।
- परा (विपरीत) - पराजय, पराभव, पराक्रम, परामर्श, परावर्तन, पराविद्या।
- पर (दूसरा) - परहित, परदेसी, परजीवी, परकोटा, परलोक, परोपकार।
- अनु (पीछे) - अनुचर, अनुकरण, अनुकूल, अनुनाद, अनुभव।
- निर् (बिना) - निराकार, निरादर, नीरोग, नीरस, निरीह, निरक्षर।
- उप (सहायक) - उपभोग, उपवन, उपमन्त्री, उपयोग, उपनाम, उपहार।
- सम् (अच्छी तरह) - सन्तोष, संगठन,संलग्न, संकल्प, संशय, संरक्षा।
उपसर्ग Question 3:
'अपमान' शब्द में कौन सा उपसर्ग है ?
Answer (Detailed Solution Below)
उपसर्ग Question 3 Detailed Solution
उपरोक्त विकल्पों में से विकल्प 1 सही है। अन्य विकल्प असंगत है ।
Key Points
उपसर्ग तथा प्रत्यय |
उपसर्ग |
· वह शब्दांश या अव्यय, जो किसी शब्द के आरंभ में जुड़कर मूल शब्द के अर्थ में विशेषता ला दे या उसका अर्थ ही बदल दे। जैसे – अ + छूता = अछूता, कु + चैला = कुचैला इत्यादि। 1. संस्कृत के उपसर्ग 2. हिंदी के उपसर्ग 3. उर्दू के उपसर्ग 4. अंग्रेजी के उपसर्ग |
प्रत्यय |
· जो शब्दांश, शब्दों के अंत में जुड़कर अर्थ में परिवर्तन लाये, प्रत्यय कहलाते है। जैसे - पाठक, शक्ति, भलाई, मनुष्यता आदि। 1. कृत प्रत्यय - क्रिया या धातु के अंत में प्रयुक्त होनेवाले प्रत्यय को 'कृत प्रत्यय' कहते हैं और इनके मेल से बने शब्द को ‘कृदंत’ कहा जाता है। जैसे – गाना + वाला = गानेवाला, शक् + ति = शक्ति। विशेष : * क्रिया के मूल रूप को धातु कहते है। जैसे – ‘खा + ना = खाना, लिख + ना = लिखना’ में ‘खा’ तथा ‘लिख’ धातु हैं तथा प्रत्यय ‘ना’ लगने के बाद ‘खाना’ व ‘लिखना’ क्रिया हैं। 2. तद्धित प्रत्यय - संज्ञा, सर्वनाम और विशेषण के अंत में लगनेवाले प्रत्यय को 'तद्धित' कहते हैं तथा इनके मेल से बने शब्द को ‘तद्धितांत’ कहा जाता है। जैसे – मानव + ता = मानवता, लड़का + पन = लड़कपन। |
Additional Information
प्रत्यय | वे शब्दांश या अव्यय, जो किसी शब्द के अंत में जुड़कर उसके अर्थ में (मूल शब्द के अर्थ में) विशेषता ला दे या उसका अर्थ ही बदल दे। | जैसे - आस, वत, ता, वान आदि। उदाहरण –मानव + ता= मानवता, शक् + ति = शक्ति आदि। |
प्रत्यय के दो प्रकार होते हैं: | ||
कृत प्रत्यय | क्रिया या धातु के अन्त में प्रयुक्त होनेवाले प्रत्ययों को 'कृत्' प्रत्यय कहते है और उनके मेल से बने शब्द को 'कृदन्त' कहते है। | जैसे – गाना = गानेवाला, होना = होनहार, छलना = छलिया। |
तद्धित प्रत्यय | संज्ञा, सर्वनाम और विशेषण के अन्त में लगनेवाले प्रत्यय को 'तद्धित' कहा जाता है और उनके मेल से बने शब्द को 'तद्धितान्त'। | जैसे - मानव + ता = मानवता, अच्छा + आई = अच्छाई, अपना + पन = अपनापन, एक + ता = एकता। |
उपसर्ग Question 4:
शब्दों के आदि में जुड़कर शब्दों के अर्थ में विशेषता लाने वाले शब्दांश क्या कहलाते हैं ?
Answer (Detailed Solution Below)
उपसर्ग Question 4 Detailed Solution
शब्दों के आदि में जुड़कर शब्दों के अर्थ में विशेषता लाने वाले शब्दांश ''उपसर्ग'' कहलाते हैं। Key Points
शब्द | परिभाषा | उदाहरण |
उपसर्ग | वे शब्दांश, जो किसी शब्द के आरंभ में लगकर उनके अर्थ में विशेषता ला देते हैं या तो उनके अर्थ को बदल देते हैं, उपसर्ग कहलाते हैं। | प्र + वीर = प्रवीर |
Additional Informationअन्य विकल्प-
प्रकार | परिभाषा | उदाहरण |
प्रत्यय | जब कोई शब्दांश किसी भी मूल शब्द के अंत में जुड़ कर और उसके अर्थ में पूरी तरीके से परिवर्तन कर देता है, तो इसे हम प्रत्यय कहते हैं। | सफल + ता = सफलता |
क्रिया-विशेषण | वह शब्द जो हमें क्रियाओं की विशेषता का बोध कराते हैं वे शब्द क्रिया विशेषण कहलाते हैं। | वह धीरे-धीरे चलता है। |
निपात | किसी भी बात पर अतिरिक्त भार देने के लिए जिन शब्दों का प्रयोग किया जाता है उसे निपात कहते है। | तक, मत, क्या, हाँ, भी आदि। |
उपसर्ग Question 5:
दिए गए शब्दों में से कौन-से शब्द में उपसर्ग नहीं है ?
Answer (Detailed Solution Below)
उपसर्ग Question 5 Detailed Solution
शब्द में उपसर्ग नहीं है - आदरणीय
Key Points
- आदर + अनीय = आदरणीय
- 'आदर' मूल शब्द और 'अनीय' प्रत्यय है।
- 'आदरणीय' का अर्थ - आदर के योग्य।
अन्य विकल्प -
- अन् + अंत = अनंत
- उत् + पीड़न = उत्पीड़न
- अ + सावधान = असावधान
Important Points
- उपसर्ग शब्द के शुरू में जुड़ता है।
- प्रत्यय शब्द के अंत में जुड़ता है।
Additional Informationकुछ महत्वपूर्ण उपसर्ग शब्द:-
- अन् (नहीं/बुरा) - अनन्त, अनुपयोगी, अनुपयुक्त, अनागत, अनिष्ट।
- उत् (श्रेष्ठ) - उत्पत्ति, उत्कंठा, उत्पीड़न, उत्कृष्ट, उन्नत, उल्लेख।
- अ (अभाव) - अकर्म, अन्याय, अचल, अचल, अज्ञान, अहिंसा।
- उप (सहायक) - उपभोग, उपवन, उपमन्त्री, उपयोग, उपनाम।
- प्रति (प्रत्येक) - प्रतिदिन, प्रत्येक, प्रतिकूल, प्रतिहिंसा, प्रतिरूप।
- निर् (बिना) - निराकार, निरादर, नीरोग, नीरस, निरीह, निरक्षर।
- सम् (अच्छी तरह) - सन्तोष, संगठन,संलग्न, संकल्प, संशय, संरक्षा।
कुछ महत्वपूर्ण प्रत्यय शब्द -
- अनीय - स्मरणीय, पठनीय, पूजनीय, शोभनीय।
- आई - लड़ाई, सिलाई, पढ़ाई, चढ़ाई।
- उक - भिक्षुक, भावुक, कामुक, नाजुक।
- अन - चिंतन, मनन, भवन, मरण, करण।
- अक - पाठक, गायक, लेखक, नायक, धावक।
- ईय - भारतीय, राजकीय, तरकीय, जातीय, स्वर्गीय।
Top उपसर्ग MCQ Objective Questions
निम्नलिखित प्रश्न में चार विकल्पों में से उस विकल्प का चयन करें जो प्रत्यय से नहीं बना हैI
Answer (Detailed Solution Below)
उपसर्ग Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर 'परिचय' है।
Key Points
- दिए गए विकल्पों में से 'परिचय' सही उत्तर है।
- 'परिचय' में मूल शब्द 'चय' है जिसमें 'परि' उपसर्ग है।
- यह दो शब्दों (उप+ सर्ग) के योग से बनता है। 'उप' का अर्थ 'समीप', 'निकट' या 'पास में' है।
- 'सर्ग' का अर्थ है सृष्टि करना।
अन्य विकल्प:
- दिए गए शब्द - 'शिष्या, शेरनी, दायमय' प्रत्यय के योग से बने शब्द हैं।
- शिष्य + आ = शिष्या
- शेर + नी = शेरनी
- दया + मय + दयामय
Additional Information
- ऐसे शब्दांश जो किसी शब्द के बाद जुड़कर उसके अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं या उसके अर्थ में विशेषता ला देते हैं। उन्हें प्रत्यय कहा जाता है।
निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें जो उपसर्ग से बना शब्द नहीं हैं।
Answer (Detailed Solution Below)
उपसर्ग Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDFदिखावा शब्द उपसर्ग से बना शब्द नहीं हैं। अन्य विकल्प असंगत है । अतः सही उत्तर विकल्प 4 दिखावा होगा ।
Key Points
परिभाषा |
शब्द |
उपसर्ग |
अन्य उदाहरण |
·वह शब्दांश या अव्यय, जो किसी शब्द के आरंभ में जुड़कर मूल शब्द के अर्थ में विशेषता ला दे या उसका अर्थ ही बदल दे। |
निकाय |
नि + काय |
जैसे – अ + छूता = अछूता, कु + चैला = कुचैला इत्यादि। |
Additional Information
शब्द |
उपसर्ग |
पुनर्जन्म |
पुनः + जन्म |
कुधर्म |
कु + धर्म |
आजीवन |
आ + जीवन |
'हीनता, अनादर और पतन' को दर्शाने वाला उपसर्ग है -
Answer (Detailed Solution Below)
उपसर्ग Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDF'हीनता, अनादर और पतन' को दर्शाने वाला उपसर्ग है - 'अव'।Key Points
- "अव" एक उपसर्ग जो शब्दों के पहले लगकर उनमें निश्चय, अनादर, कमी, उतार या निचाई, दोष या बुराई, व्याप्ति आदि भाव उत्पन्न करता है। जैसे—अवगुण, अवरोहण, अवमूल्यन आदि।
- उपसर्ग की परिभाषा - वह अव्यय जो शब्द के पहले लगकर उसका अर्थ बदल दे।
- उदाहरण - प्र +हार= प्रहार, अव+गुण= अवगुण
Additional Information अन्य उपसर्ग -
अनु उपसर्ग |
अनु +राधा =अनुराधा अनु+ प्रिय = अनुप्रिया अनु+सर्ग = अनुसर्ग |
अधि उपसर्ग |
अधि + कार = अधिकार अधि + नायक = अधिनायक |
नि उपसर्ग |
नि + पात = निपात नि + वेश = निवेश नि + हाल = निहाल |
अव उपसर्ग |
अव+ कृपा = अवकृपा अव + नति =अवनति |
निम्न विकल्पों में से उस विकल्प का चयन करें जो उपसर्ग शब्द का सही विकल्प है।
Answer (Detailed Solution Below)
उपसर्ग Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFउपसर्ग शब्द का सही विकल्प है - बहिष्कार अन्य सभी विकल्प असंगत है।
Key Points
- बहिस् + कार = बहिष्कार
- बहिस् (उपसर्ग) और कार (मूल शब्द)।
- 'बहिष्कार' का अर्थ - बाहर करने या निकालने की क्रिया।
अन्य विकल्प -
- खिल + आ, ता = खिलाता
- ‘खिल’ मूल शब्द और ‘आ, ता' प्रत्यय
- सभ्य + ता = सभ्यता
- ‘सभ्य’ मूल शब्द और ‘ता’ प्रत्यय
- देव + त्व = देवत्व
- ‘देव’ मूल शब्द और ‘त्व’ प्रत्यय
Important Points
- उपसर्ग शब्द के शुरू में जुड़ता है।
- प्रत्यय शब्द के अंत में जुड़ता है।
Additional Information कुछ महत्वपूर्ण उपसर्ग शब्द:-
- बहिस् (बाहर) - बहिष्कार, बहिष्कृत।
- बहिर् (बाहर) - बहिर्जगत, बहिर्गमन, बहिर्द्वार, बहिर्भाव, बहिरंग।
- अति (ज्यादा) - अतिशय, अतिक्रमण, अतिवृष्टि, अतिशीघ्र, अत्यन्त।
- सम् (अच्छी तरह) - सन्तोष, संगठन,संलग्न, संकल्प, संशय, संरक्षा।
- प्रति (प्रत्येक) - प्रतिदिन, प्रत्येक, प्रतिकूल, प्रतिहिंसा, प्रतिरूप, प्रतिध्वनि।
- निर् (बिना) - निराकार, निरादर, नीरोग, नीरस, निरीह, निरक्षर।
कुछ महत्वपूर्ण प्रत्यय शब्द:-
- आ - भूखा, झगड़ा, प्यासा, लेखा, नाचा, झूला।
- ता - मित्रता, अराजकता, अधिकता, असमानता।
- त्व - व्यक्तित्व, गुरुत्व, महत्व, पशुत्व, लघुत्व।
- इक - लौकिक, धार्मिक, वार्षिक, ऐतिहासिक।
- अक - लेखक, पाठक, कारक, गायक।
- इया - छलिया, जड़िया, बढ़िया, घटिया।
“व्याकरण” शब्द में कौन सा उपसर्ग है ?
Answer (Detailed Solution Below)
उपसर्ग Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDFउपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प "वि + आ" सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
- व्याकरण :- वि (उपसर्ग) + आ (उपसर्ग) + करण (मूलशब्द)
- व्याकरण दो उपसर्ग से बना शब्द है, अनेक उपसर्ग ऐसे होते हैं, जिनमें दो उपसर्गों का प्रयोग होता है।
- वि + आ :- व्या
- व्याकरण
- पुल्लिंग
- वह विद्या जिसके अंतर्गत बोलचाल और साहित्य में प्रयुक्त भाषा के स्वरूप, उसके गठन
- अवयवों तथा प्रकारों, उनके पारस्परिक संबंधों और रचनाविधान तथा रूप परिवर्तन का विवेचन किया जाता है।
- भाषा संबंधी नियमों से संबद्ध पुस्तक।
- पुल्लिंग
- उपसर्ग की तीन गतियाँ या विशेषताएँ होती हैं-
- (1) शब्द के अर्थ में नई विशेषता लाना।
- जैसे- प्र + बल :- प्रबल
- अनु + शासन :- अनुशासन
- (2) शब्द के अर्थ को उलट देना।
- जैसे- अ + सत्य :- असत्य
- अप + यश :- अपयश
- (3) शब्द के अर्थ में, कोई खास परिवर्तन न करके मूलार्थ के इर्द-गिर्द अर्थ प्रदान करना।
- जैसे- वि + शुद्ध :- विशुद्ध
- परि + भ्रमण :- परिभ्रमण
- दो उपसर्गो से निर्मित शब्द
- निर् + आ + करण :- निराकरण
- प्रति + उप + कार :- प्रत्युपकार
- सु + सम् + कृत :- सुसंस्कृत
- अन् + आ + हार :- अनाहार
- सम् + आ + चार :- समाचार
- अन् + आ + सक्ति :- अनासक्ति
- अ + सु + रक्षित :- असुरक्षित
- सम् + आ + लोचना :- समालोचना
- सु + सम् + गठित :- सुसंगठित
- अ + नि + यंत्रित :- अनियंत्रित
- अति + आ + चार :- अत्याचार
- अ + प्रति + अक्ष = अप्रत्यक्ष
निम्न विकल्पों में से उस विकल्प का चयन करें जो प्रत्यय से बने शब्द का सही विकल्प नहीं है I
Answer (Detailed Solution Below)
उपसर्ग Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDFउपरोक्त में प्रत्यय से बने शब्द का सही विकल्प नहीं है- 'कमसिन'
- उपसर्ग- कमसिन
- प्रत्यय- चढ़ान, बैठा, ठकुराई
Key Points
- कम + सिन = कमसिन
- ‘कम’ (थोड़ा, अल्प) उपसर्ग और 'सिन' (अवस्था, उमर) मूल शब्द
- इस प्रकार कमसिन का अर्थ है- 'जो वयस्क न हो, नाबालिग, छोटी उम्र का, कम आयु वाला।'
- विलोम शब्द- 'वयस्क, बालिग'
- विशेषण शब्द
Additional Information
- उपसर्ग शब्द के शुरू में जुड़ता है।
कुछ महत्वपूर्ण उपसर्ग शब्द:-
उपसर्ग | अर्थ | शब्द |
कम | थोड़ा | कमबख्त, कमज़ोर, कमदिमाग, कमअक्ल |
बे | बिना | बेकाम, बेअसर, बेरहम, बेईमान, बेरहम |
अन् | नहीं/बुरा | अनन्त, अनुपयोगी, अनुपयुक्त, अनागत |
परि | चारों ओर | परिक्रमा, परिवार, परिपूर्ण, परिश्रम |
दुर् | कठिन | दुर्दशा, दुराग्रह, दुर्गुण, दुराचार, दुरवस्था |
- प्रत्यय शब्द के अंत में जुड़ता है।
कुछ महत्वपूर्ण प्रत्यय शब्द:-
- आन- चढ़ान, उड़ान, मिलान, दौड़ान, चलान
- आ- बैठा, भूला, जागा, पूजा, भिक्षा
- इया- छलिया, जड़िया, बढ़िया, घटिया
- आई- ठकुराई,लड़ाई, सिलाई, पढ़ाई, चढ़ाई
- अनीय- माननीय, रमणीय, दर्शनीय, पूजनीय
- अक- लेखक, पाठक, कारक, गायक
निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें जो उपसर्ग से बना है।
Answer (Detailed Solution Below)
उपसर्ग Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDFउपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प "उत्पात" सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
- उत्पात
- उत्+पात
- यहाँ 'उत्' उपसर्ग का प्रयोग किया गया है।
- 'उत्' अर्थात ऊपर या अधिक।
- 'उत्' उपसर्ग से निर्मित शब्द
- उत्तम, उत्थान, उत्कर्ष, उत्कट, उत्तप्त
- उत्पत्ति, उत्पात, उत्पन, उत्सव, उत्तीर्ण, उत्पादन ।
- शेरनी :- शेर + नी (प्रत्यय)
- सुनार :- सोना + आर (प्रत्यय)
- रसोइया :- रसोई+इया (प्रत्यय)
- रसोई बनानेवाला, भोजन बनानेवाला।
किस विकल्प मे 'परा' उपसर्ग है ?
Answer (Detailed Solution Below)
उपसर्ग Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDF- परा उपसर्ग युक्त शब्द 'पराजय' है, अतः 'पराजय' सही विकल्प है।
- पराजय शब्द का विच्छेद - परा + जय = पराजय होगा।
- परा संस्कृत भाषा के 22 उपसर्गों में से एक है। इसलिये इसे संस्कृत भाषा से लिया हुआ उपसर्ग माना जाता है।
Key Points
- वे शब्दांश जो किसी मूल शब्द के पूर्व में लगकर नये शब्द का निर्माण करते है , उन्हें उपसर्ग कहते है |
- जेसे - 1. उप + हार = उपहार
2 . प्र + हार = प्रहार
Important Points
उपसर्ग |
शब्द |
निर्मित शब्द |
पर | अधीन | पराधीन |
परम् | परा | परम्परा |
पर् | आदेश | परादेश |
- पराधीन शब्द में पर + अधीन = पराधीन ऐसा विग्रह होता है।
- परंपरा शब्द में परम + परा = परंपरा ऐसा विग्रह होता है।
- परादेश शब्द में पर + आदेश = परादेश ऐसा विग्रह होता है।
उपसर्ग युक्त शब्द कौन-सा नहीं है ?
Answer (Detailed Solution Below)
उपसर्ग Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDFउपसर्ग युक्त शब्द नहीं है- दिखावट।
- दिखावट में 'आवट' प्रत्यय है।
Key Points
- 'पराजय' शब्द 'परा' उपसर्ग से बना है।
- 'भरपेट' शब्द 'भर' उपसर्ग से बना है।
- 'लापरवाह' शब्द 'ला' उपसर्ग से बना है।
'निरूपण' में उपसर्ग है
Answer (Detailed Solution Below)
उपसर्ग Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDFनिरूपण शब्द में 'नि' उपसर्ग है।
निरूपण
- नि (उपसर्ग) + रूपण (मूल शब्द)
निरूपण
- पुल्लिंग
- विवेचना करना।
- अच्छी तरह समझाना।
रूपण
- पुल्लिंग
- आरोप करना।
- परीक्षा।
निर् उपसर्ग से निर्मित शब्द-
- निर्जीव, निराकरण, निर्वाह, निर्भय, निर्दोष, निरोग, निर्वास, निर्मल, निरपराध।
नि उपसर्ग से निर्मित शब्द-
- निखरा, निकम्मा, निधड़क, निवारण, निपात, नियोग, निषेध, निडर, निहत्था, निहाल, निराकार
- निर्बल, निर्गुणनिरोग, निसंतान, निरक्षर, निवेश, निषेध, निकेतन, नियमित, नियम, निबंध।