वर्ण विचार MCQ Quiz in मल्याळम - Objective Question with Answer for वर्ण विचार - സൗജന്യ PDF ഡൗൺലോഡ് ചെയ്യുക
Last updated on Mar 15, 2025
Latest वर्ण विचार MCQ Objective Questions
Top वर्ण विचार MCQ Objective Questions
वर्ण विचार Question 1:
अधोलिखित में से शुद्ध वर्तनी वाला शब्द है -
Answer (Detailed Solution Below)
वर्ण विचार Question 1 Detailed Solution
शुद्ध वर्तनी का शब्द "बाजार" है। अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- दिए गए शब्दों में से बाजार शब्द वर्तनी की दृष्टि से सही है।
- अन्य विकल्पों में दिए गए शब्दों की वर्तनी अशुद्ध हैं।
अन्य विकल्प-
अशुद्ध वर्तनी | शुद्ध वर्तनी |
बजार | बाजार |
कालीदास | कालिदास |
बारात | बरात |
Important Points
अशुध्द शब्द | शुध्द शब्द |
महत्व | महत्त्व |
उज्जवल | उज्ज्वल |
शिक्षणेत्तर | शिक्षणेत्तर |
कवियित्री | कवयित्री |
रसायण | रसायन |
उपरोक्त | उपर्युक्त |
अर्कमण्य | अकर्मण्य |
वर्ण विचार Question 2:
उच्चारण के आधार पर व्यंजनों के कितने भेद होते हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
वर्ण विचार Question 2 Detailed Solution
उच्चारण के आधार पर व्यंजनों के मुख्यतः 4 भेद होते हैं।
- स्पर्श व्यंजन
- अंतःस्थ व्यंजन
- ऊष्म व्यंजन
- द्विगुण व्यंजन
अन्य विकल्प गलत हैं।
Important Pointsस्पर्श व्यंजन - जिन व्यंजन के उच्चारण कंठ, तालु, मूर्धन्य, दन्त्य, ओष्ठ स्थानों के स्पर्श से बोले जाते हैं उसे स्पर्श व्यंजन कहते हैं |
स्पर्श व्यंजनों की कुल संख्या 25 होती है |
- क वर्ग - क, ख, ग, घ, ङ
- च वर्ग - च, छ, ज, झ, ञ्
- ट वर्ग - ट, ठ, ड, ढ़, ण
- त वर्ग - त, थ, द, ध, न
- प वर्ग - प, फ़, ब, भ, म
- य, र, ल, व
- श (तालु)
- ष (मूर्धा)
- स (दंत)
- ह (कंठ)
द्विगुण व्यंजन- ये वे व्यंजन हैं जो 'ट' वर्ग के 'ड' एवं 'ढ' के नीचे एक बिंदु (.) लगा देने से बन जाते हैं। जैसे 'ड़' एवं 'ढ़' । इन्हें द्विगुण इसलिए कहा जाता है क्योंकि इनमें दो गुण जैसे कि 'ड','ढ' एवं 'ड़','ढ़' का होता है। ये दो तरह से प्रयोग में लाए जाते हैं। इनकी संख्या केवल 2 है।
वर्ण विचार Question 3:
निम्नलिखित में शुद्ध शब्द है :
Answer (Detailed Solution Below)
वर्ण विचार Question 3 Detailed Solution
सही विकल्प है - सम्यक्।
- उपयुक्त शब्दों में शुद्ध शब्द सम्यक् है।
Key Points
- सम्यक का अर्थ है - सब,पूरा,समस्त,ठीक,उचित,उपयुक्त,सही,मनोनुकूल।
- वाक्य निर्माण - वैकल्पिक विषयों का भी सम्यक् ज्ञान होना चाहिए।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:-
शुद्ध |
अशुद्ध |
श्रद्धालु |
श्रद्धालू |
बुद्धिमान |
बुद्धिवान |
पयस्विनी |
पयस्वनी |
अशुद्धि - यहाँ शब्दों में वर्तनी संबंधी अशुद्धि है ।
Additional Information
शुद्ध | अशुद्ध |
तबीयत | तबियत |
ताबूत | ताबुत |
तिथि | तिथी |
स्थावर | स्थाबर |
वर्ण विचार Question 4:
शुद्ध वर्तनी वाले शब्द का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
वर्ण विचार Question 4 Detailed Solution
सही उत्तर है - ‘अन्त्याक्षरी’।
- ‘अन्त्याक्षरी’ शुद्ध वर्तनी वाला शब्द है।
- अन्य विकल्प सही नहीं है।
Key Points
- अन्त्याक्षरी का अर्थ : यह प्राचीन काल से चला आता स्मरणशक्ति का परिचायक एक खेल हैं।
अन्य विकल्प :
अशुद्ध शब्द | शुद्ध शब्द |
पूज्यनीय | पूजनीय |
तदोपरांत | तदुपरांत |
कवियित्री | कवयित्री |
Additional Informationवर्तनी:-
- लिखने की रीति को वर्तनी कहते हैं।
- ‘वर्तनी’ शब्द का अर्थ ‘पीछे चलना’ है। अर्थात उच्चारित होने वाले शब्द के लेखन में प्रयोग होने वाले लिपि चिह्नों के व्यवस्थित रूप को वर्तनी कहा जाता है।
उदाहरण :
अशुद्ध शब्द
|
शुद्ध शब्द |
याज्ञवल्कय | याज्ञवल्क्य |
सप्ताहिक | साप्ताहिक |
अंतर्ध्यान | अन्तर्धान |
वर्ण विचार Question 5:
दिए गए शब्दों में शुद्ध वर्तनी का चयन कीजिए।
Answer (Detailed Solution Below)
वर्ण विचार Question 5 Detailed Solution
गरिष्ठ शब्द की वर्तनी शुद्ध है।Key Points
- शुद्ध वर्तनी - जिस शब्द में जितने वर्ण या अक्षर जिस अनुक्रम में प्रयुक्त होते है उन्हें उसी क्रम में लिखना ही वर्तनी है।
- उदाहरण - अहार-आहार, अत्याधिक-अत्यधिक, अलोचना-आलोचना आदि।
Additional Informationअन्य उदाहरण -
अशुद्ध | शुद्ध |
पतंजली | पतंजलि |
निस्वार्थ | निःस्वार्थ |
सप्ताहिक | साप्ताहिक |
अहिल्या | अहल्या |
वर्ण विचार Question 6:
निम्नलिखित में से ‘आ, उ’ कौन से वर्ण हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
वर्ण विचार Question 6 Detailed Solution
उपरोक्त विकल्पों में से सही विकल्प ‘घोष तथा स्वर वर्ण’ है। अन्य विकल्प अनुचित हैं। इसलिए इसका उचित उत्तर विकल्प 3 ‘घोष तथा स्वर वर्ण ’ है।
Key Points
स्वर- उन वर्णों को कहते हैं जिनका उच्चारण बिना किसी अवरोध तथा बिना किसी दूसरे वर्ण की सहायत से होता है। जैसे-अ, आ, ई, ई, उ,ऊ, ऋ आदि।
हिन्दी में घोष और सघोष वर्ण एक ही होते है, उनमे कुछ भेद नही होता है।
Confusion Points
वर्ण |
परिभाषा |
घोष वर्ण/ सघोष वर्ण |
जिन वर्णों के उच्चारण में केवल नाद का उपयोग होता है। स्पर्श वर्णों में प्रत्येक का तीसरा, चौथा, पाँचवाँ वर्ण, सभी स्वर वर्ण और य, र, ल, व, ह घोष वर्ण हैं। |
अघोष वर्ण |
जिन वर्णों के उच्चारण में केवल श्वांश का प्रयोग होता है। स्पर्श वर्णों में प्रत्येक वर्ग का पहला, दूसरा वर्ण और श, ष, स अघोष वर्ण हैं। |
स्वर वर्ण |
स्वर उन वर्णों को कहते हैं जिनका उच्चारण बिना किसी अवरोध तथा बिना किसी दूसरे वर्ण की सहायत से होता है। जैसे-अ, आ, ई, ई, उ,ऊ, ऋ आदि। |
Additional Information
व्यंजन की परिभाषा |
उदाहरण |
जिनका उच्चारण स्वर की सहायता से किया जाता है वे व्यंजन वर्ण कहलाते हैं। |
क, ख, ग, घ आदि |
स्पर्श व्यंजन |
च, छ, ज, ट, ठ आदि। |
ऊष्म व्यंजन |
श, ष, स, ह आदि। |
अंतःस्थ व्यंजन |
य, र, ल, व आदि। |
संयुक्त व्यंजन |
क्ष, त्र, ज्ञ आदि। |
आगत व्यंजन |
ज़, फ़ आदि |
श्वास की मात्रा के आधार पर दो भागों में बांटा गया है- अल्पप्राण और महाप्राण। |
क्रमशः- क, ब, प, म और ख, घ, छ, झ आदि |
उच्चारण में ध्वनि गूंज के आधार पर भी इनके दो भेद किए गए हैं- घोष और अघोष व्यंजन। |
क्रमशः- ग, घ, ज, झ और क, ख, च, छ आदि। |
वर्ण विचार Question 7:
‘र, ष’ किन वर्णों की श्रेणी में आएंगे ?
Answer (Detailed Solution Below)
वर्ण विचार Question 7 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 4 ‘मूर्धन्य’ है। अन्य विकल्प इसके त्रुटिपूर्ण उत्तर होंगे।
स्पष्टीकरण:
मूर्धन्य व्यंजन मूर्धा से उच्चारित होने वाले व्यंजनों को कहा जाता है। जैसे- ट वर्ग और र, ष। इसलिए इसका सही उत्तर ‘मूर्धन्य’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर होंगे।
कंठस्थ वर्ण- अ, आ, अ:, क, ख, ग, घ, ङ, ह
तालव्य वर्ण- इ, ई, च, छ, ज, झ, ञ, य, श
दंत्य वर्ण- त, थ, द, ध, न, ल, स
ओष्ठ्य वर्ण- उ, ऊ, प, फ, ब, भ, म
मूर्धन्य वर्ण- ट, ठ, ड, ढ,ण, र, ष
दंतोष्ठ्य- व
वर्ण विचार Question 8:
दिए गए विकल्पों में से शुद्ध वर्तनी वाले विकल्प का चयन करें।
Answer (Detailed Solution Below)
वर्ण विचार Question 8 Detailed Solution
शुद्ध वर्तनी वाले विकल्प है- औरत में बहुत शक्ति होती है।Key Points
- वर्तनी: लिखने की रीति को वर्तनी कहते हैं। यह लेखन में प्रयोग होने वाले लिपि चिह्नों के व्यवस्थित रूप को दर्शाती है।
- उदाहरण- अशुद्ध:- अनाधिकार शुद्ध:- अनधिकार आदि।
- अन्य विकल्प-
अशुद्ध वाक्य | शुद्ध वाक्य |
यह मशिन सब कार्य करती है। | यह मशीन सब कार्य करती है। |
राम की तूलना कबीर से मत करो। | राम की तुलना कबीर से मत करो। |
दिपक रोशनी प्रदान करता है। | दीपक रोशनी प्रदान करता है। |
अशुद्ध | शुद्ध |
जाग्रति | जागृति |
उज्वल | उज्ज्वल |
अनुदित | अनूदित |
भागिरथी | भागीरथी |
अनभिग्य | अनभिज्ञ |
प्रतिछाया | प्रतिच्छाया |
वर्ण विचार Question 9:
हिन्दी वर्णमाला में व्यंजनों की संख्या है।
Answer (Detailed Solution Below)
वर्ण विचार Question 9 Detailed Solution
हिन्दी वर्णमाला में व्यंजनों की संख्या '33' हैं।अतः सही विकल्प '33' है, अन्य सभी विकल्प असंगत हैं।
Key Points
वर्ण विचार Question 10:
"व" का उच्चारण स्थान क्या है?
Answer (Detailed Solution Below)
वर्ण विचार Question 10 Detailed Solution
'व' का उच्चारण स्थान 'दन्तोष्ठ्य' है। अन्य विकल्प असंगत है।
Key Points
हिंदी के वर्णो का उनके उच्चारण स्थान के आधार पर वर्गीकरण :-
1. कण्ठ्य वर्ण :- जिन वर्णो का उच्चारण कंठ से होता है।
जैसे - अ , आ (स्वर) , क, ख , ग, घ, ङ (व्यंजन) और विसर्ग (:)
2. तालव्य वर्ण :- जिन वर्णो के उच्चारण में जिहवा का मध्य भाग तालु से स्पर्श करता है। उन्हें तालव्य वर्ण कहते है।
जैसे - इ , ई(स्वर) , च, छ, ज, झ, ञ , य , श (व्यंजन)
3. मूर्द्धन्य वर्ण :- जिन वर्णो के उच्चारण मूर्द्धा से होता है। उन्हें मूर्द्धन्य वर्ण कहते है।
जैसे- ऋ (स्वर) , ट, ठ, ड, ढ, ण, र, ष (व्यंजन)
4. दन्त्य वर्ण :- जिन वर्णो के उच्चारण में जिहवा का अग्र भाग दन्त से स्पर्श करता है। उन्हें दन्त्य वर्ण कहते है।
जैसे- लृ , त, थ, द, ध, न, ल, स (सभी व्यंजन)
5. ओष्ठ्य वर्ण :- जिन वर्णो के उच्चारण में दोनों होठ स्पर्श करते है। उन्हें ओष्ठ्य वर्ण कहते है।
जैसे- उ ,ऊ (स्वर) , प, फ, ब, भ, म (व्यंजन)
6. नासिक्य वर्ण :- जिन वर्णो का उच्चारण मुँह और नाक दोनों से होता है। उन्हें नासिक्य वर्ण कहते है।
वर्ण जैसे- अं , ङ, ञ , ण , न , म
7. कंठतालव्य वर्ण :- जिन वर्णो के उच्चारण में कंठ तथा तालु दोनों का सहयोग होता है। उन्हें कंठतालव्य वर्ण कहते है।
जैसे- ए , ऐ
8. कंठोष्ठ्य वर्ण :- जिन वर्णो के उच्चारण में कंठ तथा ओष्ठ दोनों का सहयोग होता है। उन्हें कंठोष्ठ्य वर्ण कहते है।
जैसे - ओ , औ
9. दन्तोष्ठ्य वर्ण :- जिन वर्णो के उच्चारण में दन्त तथा ओष्ठ दोनों का सहयोग होता है। उन्हें दन्तोष्ठ्य वर्ण कहते है।
जैसे - व
10. वर्त्स्य वर्ण :- जिन अरबी-फ़ारसी वर्णो के उच्चारण ऊपर वाले मसूड़ों के कठोरतम भाग से होते है , उन्हें वर्त्स्य वर्ण कहते है।
जैसे - फ़ और ज़।
11. जिह्वामूलक वर्ण :- जिन अरबी- फ़ारसी वर्णो का उच्चारण जिहवा के पीछे के भाग से होता है। उन्हें जिह्वामूलक वर्ण कहते है।
जैसे - क़ , ख़ और ग़।
12. अलिजिह्वा/काकल्य वर्ण :- जिन वर्णो के उच्चारण में मुख खुला रहता है , तथा वायु कंठ को खोलकर झटके से बाहर निकलती है। उन्हें अलिजिह्वा वर्ण या काकल्य वर्ण कहते है। जैसे - ह।
Additional Information
व्यंजन की परिभाषा |
उदाहरण |
जिनका उच्चारण स्वर की सहायता से किया जाता है वे व्यंजन वर्ण कहलाते हैं। |
क, ख, ग, घ आदि |
स्पर्श व्यंजन |
च, छ, ज, ट, ठ आदि। |
ऊष्म व्यंजन |
श, ष, स, ह आदि। |
अंतःस्थ व्यंजन |
य, र, ल, व आदि। |
संयुक्त व्यंजन |
क्ष, त्र, ज्ञ आदि। |
आगत व्यंजन |
ज़, फ़ आदि |
अनुनासिक |
ङ, ञ, ण, न, म |
श्वास की मात्रा के आधार पर दो भागों में बांटा गया है- अल्पप्राण और महाप्राण। |
क्रमशः- क, ब, प, म और ख, घ, छ, झ आदि |
उच्चारण में ध्वनि गूंज के आधार पर भी इनके दो भेद किए गए हैं- घोष और अघोष व्यंजन। |
क्रमशः- ग, घ, ज, झ और क, ख, च, छ आदि। |