वाच्य MCQ Quiz in मल्याळम - Objective Question with Answer for वाच्य - സൗജന്യ PDF ഡൗൺലോഡ് ചെയ്യുക
Last updated on Mar 10, 2025
Latest वाच्य MCQ Objective Questions
Top वाच्य MCQ Objective Questions
वाच्य Question 1:
'पुस्तक पढ़ी जाती है'। में कौन-सा वाच्य है।
Answer (Detailed Solution Below)
वाच्य Question 1 Detailed Solution
दिए गए वाक्य का सही उत्तर 'कर्म वाच्य' हैं। अन्य सभी विकल्प असंगत हैं।
Key Points
कर्म वाच्य |
पहचान- कर्म की प्रधानता क्रिया का प्रयोग कर्म के आधार पर होता है। उदाहरण- रावण को मारा गया। सीता के द्वारा अख़बार पढ़ा जाता है। |
Important Points
कर्तृ वाच्य |
पहचान- कर्ता की प्रधानता क्रिया का प्रयोग कर्ता के अनुसार होता है। उदाहरण- मोहन गाना गाता है। सीता किताब पढ़ती है। |
भाव वाच्य |
पहचान- क्रिया की प्रधानता अधिकतर अकर्मक क्रिया का प्रयोग अधिकतर असमर्था दिखाने वाले वाक्य अधिकतर नकरात्मक वाक्य होते है। उदाहरण- उनसें अब दौडा नहीं जाता है। पक्षियों सें उड़ा नहीं जाता है। |
Additional Information
वाच्य की परिभाषा |
उदाहरण |
कर्ता या कर्म या भाव के अनुसार क्रिया का प्रयोग वाच्य कहलाता है। |
मोहन गाना गाता है। गीता के द्वारा पत्र लिखा जाता है। |
वाच्य Question 2:
निम्नलिखित में से वाच्य के प्रकार का चयन कीजिए-
मजदूरों से पत्थर नहीं तोड़े जा रहे।
Answer (Detailed Solution Below)
वाच्य Question 2 Detailed Solution
सही उत्तर है - कर्मवाच्य।
Key Points
- कर्मवाच्य : जिस वाक्य में कर्म मुख्य हो तथा इसकी सकर्मक क्रिया के लिंग, वचन व पुरूष कर्म के अनुसार हो, उसे ;कर्मवाच्य कहते हैं।
- जैसे – लड़कियों द्वारा बाज़ार जाया जा रहा है।
Additional Information
वाच्य- क्रिया के जिस रूपांतर से यह जाना जाता है कि क्रिया का विधान कर्ता, कर्म या भाव में से किससे या किसके विषय में किया गया है, वाच्य कहलाता है। हिंदी में वाच्य तीन प्रकार के होते हैं- |
||
कर्तृवाच्य |
इस वाच्य में कर्ता के लिंग, वचन और पुरुष के अनुसार क्रिया का प्रयोग होता है। |
रमेश केला खाता है। लड़का पुस्तक पढ़ता है। |
कर्मवाच्य |
क्रिया के उस रूपान्तर को कर्मवाच्य कहते हैं, जिससे वाक्य में कर्म की प्रधानता का बोध हो। |
रोगी को दवा दी गई। उसके द्वारा पुस्तक पढ़ी गई। |
भाववाच्य |
क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है। |
राम से रेत में दौड़ा भी नहीं जाता। मुझसे उठा नहीं जाता। |
वाच्य Question 3:
‘रोगी को दवा दी गई।’ यह किस वाच्य का उदाहरण है?
Answer (Detailed Solution Below)
वाच्य Question 3 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 1 ‘कर्मवाच्य’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर होंगे।
Key Points
- कर्मवाच्य का अर्थ यही है कि कर्त्ता द्वारा कोई कार्य किया गया है, वो भी किसी अन्य चीज़ पर।
- सरकारी कागजातों तथा कानूनी भाषा में प्रभुता को जताने की स्थिति में भी कर्मवाच्य का प्रयोग किया जाता है।
- कर्मवाच्य केवल सकर्मक क्रियाओं में संभव हैं।
Additional Information
वाच्य- क्रिया के जिस रूप से यह पता चलें कि किसी वाक्य में कर्ता, कर्म या भाव में किसी एक की प्रधानता है, उसे वाच्य कहते है। हिंदी में वाच्य तीन प्रकार के होते हैं- |
||
वाच्य |
परिभाषा |
उदाहरण |
कर्तृवाच्य |
जब वाक्य में प्रयुक्त क्रिया का सीधा और प्रधान संबंध कर्त्ता के साथ होता है, अर्थात क्रिया के लिंग, वचन, कर्त्ता के अनुसार प्रयुक्त होते हैं, उसे कर्तृवाच्य कहते हैं। |
आप गाना गाइए। |
कर्मवाच्य |
कर्मवाच्य के कर्त्ता में (से ,के द्वारा ) चिह्न के प्रयोग से भी कर्मवाच्य का पता लगाया जा सकता है। अगर कर्म एकवचन होता है तो क्रिया भी एकवचन में होती है। कर्म बहुवचन में होता है तो क्रिया भी बहुवचन की होती है। |
नरेश ने मिठाई खाई। |
भाववाच्य |
क्रिया के उस रूपान्तर को भाववाच्य कहते हैं, जिससे वाक्य में क्रिया अथवा भाव की प्रधानता का बोध हो। |
उनसे गाया नहीं जा सकता। |
वाच्य Question 4:
निम्नलिखित में से 'आओ आज नहर में तैरा जाए' - वाक्य से संबद्ध वाच्य कौन-सा है ?
Answer (Detailed Solution Below)
वाच्य Question 4 Detailed Solution
'आओ आज नहर में तैरा जाए' - वाक्य से संबद्ध वाच्य - भाववाच्य
- भाववाच्य की परिभाषा - क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की, बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है।
- उदाहरण -
- मुझसे उठा नहीं जाता।
- मुझसे सोया नही जाता।
- उक्त वाक्यों में कर्ता या कर्म प्रधान न होकर भाव मुख्य हैं, अतः इनकी क्रियाएँ भाववाच्य का उदाहरण हैं।
Additional Information
- क्रिया के उस रूपान्तरण को वाच्य कहा जाता है जिसके द्वारा यह पता चलता है कि वाक्य में कर्ता, कर्म अथवा भाव में से किसकी प्रधानता है अर्थात् किस के अनुसार क्रिया के पुरुष, वचन तथा लिंग निर्धारित हुए हैं।
- वाच्य के प्रकार-वाच्य के प्रकार अथवा भेद तीन होते हैं-
- कर्तृवाच्य
- कर्मवाच्य
- भाववाच्य
वाच्य Question 5:
निम्नलिखित में से कौन सा वाक्य भाववाच्य का उदाहरण है?
Answer (Detailed Solution Below)
वाच्य Question 5 Detailed Solution
‘हमसे इतना कार्य नहीं किया जाता।’ सही उत्तर हैं। अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- ‘हमसे इतना कार्य नहीं किया जाता।’ यह वाक्य भाववाच्य का उदाहरण है।
- अन्य सभी विकल्प कर्तृवाच्य के उदाहरण हैं।
Additional Information
वाच्य- क्रिया के जिस रूपांतर से यह जाना जाता है कि क्रिया का विधान कर्ता, कर्म या भाव में से किससे या किसके विषय में किया गया है, वाच्य कहलाता है। हिंदी में वाच्य तीन प्रकार के होते हैं- |
||
कर्तृवाच्य |
इस वाच्य में कर्ता के लिंग, वचन और पुरुष के अनुसार क्रिया का प्रयोग होता है। |
रमेश केला खाता है। लड़का पुस्तक पढ़ता है। |
कर्मवाच्य |
इस वाच्य में कर्म के लिंग, वचन और क्रिया के अनुसार प्रयोग हुआ है। |
रोगी को दवा दी गई। उसके द्वारा पुस्तक पढ़ी गई। |
भाववाच्य |
क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है। |
राम से रेत में दौड़ा भी नहीं जाता। मुझसे उठा नहीं जाता। |
वाच्य Question 6:
‘सिपाही ने चोर को पकड़ा’ यह किस वाच्य का उदाहरण है?
Answer (Detailed Solution Below)
वाच्य Question 6 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 2 कर्तृवाच्य है अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर होंगे।
Key Points
- क्रिया के जिस रूप से वाक्य के उद्देश्य क्रिया के कर्त्ता का बोध हो वह कर्तृवाच्य कहलाता है।
- इसमें लिंग एवं वचन प्रायः कर्त्ता के अनुसार होते हैं।
- अतः खेलता है भागता है यह कर्तृ वाच्य हैं।
Mistake Points
वाच्य - लिंग, वचन, पुरुष के कारण क्रिया के रूप में जो परिवर्तन आता है, उसे वाच्य कहते हैं, वाच्य के तीन प्रकार हैं - |
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वाच्य का नाम |
परिभाषा |
उदाहरण |
कर्तृवाच्य |
जिस वाक्य में कर्ता मुख्य हो और क्रिया कर्ता के लिंग, वचन एवं पुरूष के अनुसार हो, उसे कर्तृवाच्य कहते है। |
लड़किया बाजार जा रही है। |
कर्मवाच्य |
जिस वाक्य में कर्म मुख्य हो तथा इसकी सकर्मक क्रिया के लिंग, वचन व पुरूष कर्म के अनुसार हो, उसे कर्मवाच्य कहते हैं। |
लड़कियों द्वारा बाजार जाया जा रहा है। |
भाववाच्य |
जिस वाक्य में अकर्मक क्रिया का भाव मुख्य हो, उसे भाववाच्य कहते हैं | |
हमसे वहाँ नहीं ठहरा जाता। |
Additional Information
वाच्य-क्रिया के जिस रूपांतर से यह जाना जाता है। कि क्रिया का विधान कर्ता कर्म या भाव में से किससे या किस के विषय में किया गया है। बातचीत कहलाता है हिंदी में वाच्य तीन प्रकार के होते हैं।
कर्तृवाच्य |
कर्मवाच्य |
भाववाच्य |
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वाच्य Question 7:
अकर्मक धातुओं से बनने वाला और सदैव एकवचन पुल्लिंग और अन्य पुरुष की क्रिया वाला वाच्य कौन सा संभव है ?
Answer (Detailed Solution Below)
वाच्य Question 7 Detailed Solution
सही उत्तर विकल्प (3) भाववाच्य है। अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- अकर्मक धातुओं से बनने वाला और सदैव एकवचन पुल्लिंग और अन्य पुरुष की क्रिया वाला वाच्य "भाववाच्य संभव" है।
Additional Information
- वाच्य- जिससे वाक्य के अंतर्गत क्रिया के द्वारा परिवर्तन से कर्ता, कर्म या भाव की प्रधानता का बोध हो उसे वाच्य कहते हैं।
- ये तीन प्रकार के होते हैं- 1. कर्तृवाच्य, 2. कर्मवाच्य और 3. भाववाच्य।
वाच्य |
परिभाषा |
उदाहरण |
कर्मवाच्य |
क्रिया के जिस रूप से वाक्य में कर्म की प्रधानता का बोध हो उसे कर्मवाच्य कहते हैं। |
बीमार आदमी से खाना नहीं खाया जाता। |
भाववाच्य |
क्रिया के जिस रूप से क्रिया या भाव की प्रधानता का बोध हो उसे भाववाच्य कहते हैं। |
मोहन से टहला भी नहीं जाता। |
कर्तृवाच्य |
क्रिया के जिस रूप से वाक्य में कर्ता की प्रधानता का बोध हो उसे कर्तृवाच्य कहते हैं। |
आप खाना खाएं। |
वाच्य Question 8:
' मोहन चित्र बनाता है'। इसमें कौन वाच्य है?
Answer (Detailed Solution Below)
वाच्य Question 8 Detailed Solution
' मोहन चित्र बनाता है'। इसमें कर्तृवाच्य है
Key Points
वाच्य- क्रिया के उस परिवर्तन को वाच्य कहते हैं, जिसके द्वारा इस बात का बोध होता है कि वाक्य के अन्तर्गत कर्ता, कर्म या भाव में से किसकी प्रधानता है। हिंदी में वाच्य तीन प्रकार के होते हैं- |
||
वाच्य |
परिभाषा |
उदाहरण |
कर्तृवाच्य |
क्रिया के उस रूपान्तर को कर्तृवाच्य कहते हैं, जिससे वाक्य में कर्ता की प्रधानता का बोध हो। |
रमेश केला खाता है। |
कर्मवाच्य |
क्रिया के उस रूपान्तर को कर्मवाच्य कहते हैं, जिससे वाक्य में कर्म की प्रधानता का बोध हो। |
पतंग उड़ रही है। |
भाववाच्य |
क्रिया के उस रूपान्तर को भाववाच्य कहते हैं, जिससे वाक्य में क्रिया अथवा भाव की प्रधानता का बोध हो। |
मुझसे उठा नहीं जाता। |
वाच्य Question 9:
‘अब तो गलती हो गयी।’ इसमें कौन-सा वाच्य होगा?
Answer (Detailed Solution Below)
वाच्य Question 9 Detailed Solution
दिए गए विकल्प में सही उत्तर विकल्प 2 ‘कर्मवाच्य’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
Key Points
- ‘अब तो गलती हो गयी’ यह ‘कर्मवाच्य’ का उदाहरण है।
- कर्मवाच्य- इस वाच्य में कर्म के लिंग, वचन और क्रिया के अनुसार प्रयोग हुआ है।
जैसे- रोगी को दवा दी गई; उसके द्वारा पुस्तक पढ़ी गई।
अन्य विकल्प
- कर्तृवाच्य में कर्ता के लिंग, वचन और पुरुष के अनुसार क्रिया का प्रयोग होता है।
जैसे- रमेश केला खाता है; लड़का पुस्तक पढ़ता है। - भाववाच्य - क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है।
जैसे- राम से रेत में दौड़ा भी नहीं जाता; मुझसे उठा नहीं जाता।
Additional Information
वाच्य- क्रिया के जिस रूपांतर से यह जाना जाता है कि क्रिया का विधान कर्ता, कर्म या भाव में से किससे या किसके विषय में किया गया है, वाच्य कहलाता है। हिंदी में वाच्य तीन प्रकार के होते हैं- |
||
कर्तृवाच्य |
इस वाच्य में कर्ता के लिंग, वचन और पुरुष के अनुसार क्रिया का प्रयोग होता है। |
रमेश केला खाता है। लड़का पुस्तक पढ़ता है। |
कर्मवाच्य |
इस वाच्य में कर्म के लिंग, वचन और क्रिया के अनुसार प्रयोग हुआ है। |
रोगी को दवा दी गई। उसके द्वारा पुस्तक पढ़ी गई। |
भाववाच्य |
क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है। |
राम से रेत में दौड़ा भी नहीं जाता। मुझसे उठा नहीं जाता। |
वाच्य Question 10:
कौन सा कथन सही नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
वाच्य Question 10 Detailed Solution
सही उत्तर ‘'कर्मवाच्य' अकर्मक और सकर्मक दोनों क्रियाओं में होता है’ होगा। क्योंकि यह उपर्युक्त विकल्पों में सही विकल्प नही है अर्थात गलत विकल्प है।
Key Points
- 'कर्मवाच्य' अकर्मक और सकर्मक दोनों क्रियाओं में होता है- कथन गलत है।
- कर्मवाच्य सदैव सकर्मक क्रियाओं का ही होता है क्योंकि इसमें 'कर्म' की मुख्य भूमिका(प्रधानता) रहती है।
Important Points
- प्रेरणार्थक क्रिया - जब कर्ता किसी कार्य को स्वयं न करके किसी दूसरे को कार्य करने की प्रेरणा दे तो उस क्रिया को प्रेरणार्थक क्रिया कहते हैं। जैसे- काटना से कटवाना, करना से कराना।
Additional Information
वाच्य |
वाक्य में प्रयुक्त होने वाली क्रिया का रूप कर्त्ता, कर्म या भाव किसके अनुसार प्रयुक्त हुआ है, इसका बोध कराने वाले कारको को वाच्य कहते है। इसके तीन प्रकार हैं - |
प्रकार |
परिभाषा |
कर्तृवाच्य |
जब वाक्य में प्रयुक्त होने वाली क्रिया का सीधा और प्रधान सम्बन्ध कर्त्ता से होता है, अर्थात क्रिया के लिंग, वचन कर्त्ता के अनुसार प्रयुक्त होते है , उसे कर्तृवाच्य कहते है। जैसे - लड़का आम खाता है। |
कर्मवाच्य |
जब वाक्य में प्रयुक्त क्रिया का सीधे या प्रधान सम्बन्ध वाक्य में प्रयुक्त कर्म से होता है अर्थात क्रिया के लिंग, वचन कर्म के अनुसार (कर्त्ता के अनुसार नहीं ) होते है, उसे कर्मवाच्य कहते है। कर्मवाच्य सदैव सकर्मक क्रियाओं का ही होता है क्योंकि इसमें 'कर्म' की मुख्य भूमिका(प्रधानता) रहती है। जैसे- श्याम ने चाय पी। |
भाववाच्य |
जब वाक्य में प्रयुक्त होने वाली क्रिया न तो कर्त्ता के अनुसार होती है, न कर्म के अनुसार, बल्कि असमर्थता के भाव के साथ वहाँ भाववाच्य होता है। जैसे - आँखों में दर्द के कारण मुझ से पढ़ा नहीं जाता। |