Question
Download Solution PDFछात्राणां मौखिककौशलविकासार्थम् अधोलिखितेषु कः कार्यकलापः सर्वन्यूनं महत्त्वम् आवहति?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFप्रश्न अनुवाद - छात्रों के मौखिक कौशल के विकास हेतु कौन-सा कार्यकलाप कम महत्त्व रखता है?
स्पष्टीकरण -
- मौखिक कौशल यह भाषा का अभिव्यक्तात्मक कौशल है तथा इसका विकास बोलने से और सुनने से होता है।
- मौखिक अभिव्यक्ति का उद्देश्य है - अपने विचारों, भावों तथा अनुभवों को दूसरे व्यक्ति तक पहुँचाना। इसके साथ ही साथ उचित भाषाप्रयोग करना जिससे श्रोता को बात स्पष्ट, सहज, शुद्ध, स्वाभाविक माध्यम से समझ आये।
- मौखिक अभिव्यक्ति अपनी बात श्रोताओं के समझ आये इसीलिये उनके मानसिक स्तर के अनुरुप विचारों को क्रमबद्ध होना भी आवश्यक है।
- मौखिक अभिव्यक्ति के द्वारा व्यक्ति के व्यक्तित्व की भी पहचान होती है, जैसे - आत्मविश्वास, स्पष्टता, स्थिरता, मानसिक स्तर, उसके स्वयं आचार तथा विचार इत्यादि।
- मौखिक अभिव्यक्ति कौशल होने से व्यक्ति अपने विचारों का, उचित भाषाशैली का प्रयोग करते हुये शांतिपूर्ण व प्रभावपूर्ण ढंग से प्रस्तुतीकरण कर सकता है। उसमें स्पष्ट उत्तर देने की क्षमता होती है।
- प्राथमिक स्तर पर मौखिक कौशल यह शिक्षण का महत्त्वपूर्ण अंग है। अतः कक्षा में इस कौशल का विकास करने हेतु शिक्षक कहानी, कविता या घटनावर्णन आदि का प्रयोग कर सकता है।
- मौखिक अभिव्यक्ति के लिए किसी घटना का वर्णन, किसी वस्तु का वर्णन तथा अपने शब्दों में कथाकथन अत्यन्त महत्त्वपूर्ण कार्य है।
शिक्षक के पश्चात् कथा का पुनरुच्चारण करने से केवल शब्दों के उचित उच्चारण का अभ्यास हो सकता है, किंतु अपने विचारों को प्रस्तुत करने के लिए विद्यार्थी को अवसर नही मिलेगा और परिणामस्वरुप उनके सृजनशक्ति के कौशल को बढावा नही मिलेगा।
अतः स्पष्ट होता है कि, छात्रों के मौखिक कौशल के विकास हेतु शिक्षक के पश्चात् कथा का पुनरुच्चारण करना यह कार्यकलाप सबसे कम महत्त्व रखता है।
Last updated on Apr 30, 2025
-> The CTET 2025 Notification (July) is expected to be released anytime soon.
-> The CTET Exam Date 2025 will also be released along with the notification.
-> CTET Registration Link will be available on ctet.nic.in.
-> CTET is a national-level exam conducted by the CBSE to determine the eligibility of prospective teachers.
-> Candidates can appear for CTET Paper I for teaching posts of classes 1-5, while they can appear for CTET Paper 2 for teaching posts of classes 6-8.
-> Prepare for the exam with CTET Previous Year Papers and CTET Test Series for Papers I &II.