Question
Download Solution PDFकाचिद् अध्यापिका स्वकक्षां चतुर्णां समूहेषु व्यभाजयत्।
विचारोत्तेजकविमर्शः सा छात्रेभ्यः भू-दृश्यानाम्, भवनानाम्, व्यक्तीनाम् विचारान् प्राददत्। सा प्रश्नानां माध्यमेन विचारान् एकत्रान् कर्तुम् आदिशत्। आलेखमपि लिखितुम् सा आदिशत्। एतत्कार्यं किम् कथ्यते ?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFप्रश्नानुवाद - किसी अध्यापिका ने अपनी कक्षा को चार समूहों में विभाजित किया। विचारोत्तेजक विमर्श उसने छात्रों के लिए भू-दृश्यों के, भवनों के, व्यक्तियों के विचारों को प्रदान किया। उसने प्रश्नों के माध्यम से विचारों को एकत्र करने के लिए आदेश दिया। इस कार्य को कहा जाता है ?
स्पष्टीकरण - उपर्युक्त प्रश्न के सन्दर्भ में की गयी क्रिया को प्रयोजना कार्य कहा जाता है। प्रायोजना कार्य छात्रों द्वारा शिक्षक के आदेशानुसार समूह में या व्यक्तिगत रूप से किया जाता है।
- शिक्षक द्वारा छात्रों को विभिन्न विषयों का ज्ञान दिया जाता है। इन विषयों का ज्ञान देने के साथ-साथ अध्यापक छात्रों को कुछ ऐसे कार्य भी देता है, जो उनकी क्षमताओं का विकास करें।
- इसी क्रम में शिक्षक परियोजना/प्रायोजना कार्य के अन्तर्गत कक्षा में छात्रों को विभिन्न समूहों में विभाजित कर सूचनाओं को एकत्र करने और उनका विश्लेषण कर प्रतिवेदन लिखने के लिए कहता है। यह मुख्यतया समस्या आधारित कार्य होता है। जिसमें विभिन्न समूह अपने-अपने विचार प्रस्तुत करते हैं। यह भाषा अधिगम के लिए भी उपयुक्त विधि है।
Important Points
प्रायोजना कार्य/परियोजना कार्य (Project Work) -
- प्रायोजना कार्य - उन गतिविधियों की एक श्रृंखला है, जो छात्रों को उनकी क्षमताओं, रुचियों, व्यक्तिगत अनुभव और दृष्टिकोण का उपयोग करके अध्ययन करने, अनुसंधान करने और स्वयं को कार्य करने की अनुमति देती है।
- एक शिक्षक के मार्गदर्शन में परियोजना कार्य किया जाता है। शिक्षक परियोजना कार्य विषय के बारे में सलाह, डेटा संग्रह प्रक्रिया और योजना का प्रबंधन करने के तरीके के बारे में विचार प्रस्तुत करते हैं।
- सभी स्तर के छात्र प्रायोजना कार्य को कर सकते हैं। छात्र परियोजना कार्य की सीमा में कठिनता स्तर के अनुरूप अकेले ही या समूह के साथ काम कर सकते हैं।
- प्रायोजना कार्य छोटा और सरल या बड़ा और जटिल हो सकता है। यह छात्रों के स्तर पर निर्भर करता है।
- प्रायोजना कार्य एक शिक्षण अनुभव है, जिसका उद्देश्य छात्रों को सीखने के विभिन्न क्षेत्रों से ज्ञान को संश्लेषित करने का अवसर प्रदान करना है और इसे वास्तविक जीवन स्थितियों में गंभीर और रचनात्मक रूप से लागू करना है।
- यह प्रक्रिया छात्रों के ज्ञान और भाषायी ज्ञान को बढ़ाती है और उन्हें सहयोग, संचार और स्वतंत्र शिक्षा जैसे कौशल प्राप्त करने में सक्षम बनाती है, उन्हें आजीवन सीखने और आगे की चुनौतियों के लिए तैयार करती है।
अतः कहा जा सकता है कि उपर्युक्त प्रश्न के सन्दर्भ में किये गये कार्य को प्रायोजना कार्य कहा जाता है। (अन्य विकल्प यहाँ असंगत हैं।)
Last updated on Apr 30, 2025
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