हिन्दी भाषा के विविध रूप MCQ Quiz - Objective Question with Answer for हिन्दी भाषा के विविध रूप - Download Free PDF
Last updated on Jun 13, 2025
Latest हिन्दी भाषा के विविध रूप MCQ Objective Questions
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 1:
इनमें से कौन सी भाषा हिंदी के साथ ही आठवीं अनुसूची में शामिल है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 1 Detailed Solution
उर्दू भाषा संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल है। अतः इसका सही उत्तर विकल्प 1 होगा, अन्य विकल्प सही नहीं हैं।
Key Points
स्पष्टीकरण:
- संविधान कि आठवीं अनुसूची में कुल 22 भाषाएँ सम्मिलित हैं-
- आसामिया, उड़िया, उर्दू, कन्नड, कश्मीरी, कोंकणी, गुजराती, डोगरी, तमिल, तेलुगू, नेपाली, पंजाबी, बांग्ला, बोड़ो, मणिपुरी, मराठी, मलयालम, मैथिली, संथाली, संस्कृत, सिंधी एवं हिंदी।
Additional Information
विशेष:
पालि, राजस्थानी और भोजपुरी संविधान में अनुसूचित भाषाएँ नहीं हैं।
Important Points
भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची भारत की भाषाओं से संबंधित है। इस अनुसूची में 22 भारतीय भाषाओं को शामिल किया गया है।इसके बाद, कोंकणी भाषा, मणिपुरी भाषा, और नेपाली भाषा को 1992 ई. में जोड़ा गया। हाल में 2003 में बोड़ो भाषा, डोगरी भाषा, मैथिली भाषा, और संथाली भाषा शामिल किए गए।
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 2:
कौन-सी भाषा आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 2 Detailed Solution
"मिजो" भाषा आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं है।
Key Pointsभारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची भारत की भाषाओं से संबंधित है।
इस अनुसूची में 22 भारतीय भाषाओं को शामिल किया गया है।
Additional Information(1) असमिया, ( 2 ) बंगाली (3) गुजराती, (4) हिंदी, (5) कन्नड, (6) कश्मीरी, (7) कोंकणी, (8) मलयालम, ( 9 ) मणिपुरी,
(10) मराठी, (11) नेपाली, ( 12 ) उड़िया, ( 13 ) पंजाबी, ( 14 ) संस्कृत, ( 15 ) सिंधी, ( 16 ) तमिल, ( 17 ) तेलुगू (18) उर्दू
(19) बोडो, (20)संथाली (21मैथिली (22)डोंगरी
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 3:
जयपुरी का स्थानीय नाम है:
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 3 Detailed Solution
दिये गए विकल्पों में से विकल्प 3 'ढूँढाडी' सही उत्तर है।
Key Points
- जयपुरी का स्थानीय नाम ढूँढाडी है।
- ढूंढाड़ी - यह एक इंडो-आर्यन भाषा है जो पूर्वोत्तर राजस्थान के ढूंढाड़ क्षेत्र में बोली जाती है। ढूंढाड़ी बोलने वाले मुख्य रूप से तीन जिलों – जयपुर, करौली, डीग, सवाई माधोपुर, दौसाऔर टोंक में रहतें है।[1] इस नाम की व्युत्पत्ति दो मतों के अनुसार हो सकती है, पहले मत के अनुसार माना जाता है कि ढूंढाड़ी भाषा का नाम ढूंढ या ढूंढकृति पहाड़ से लिया गया है जो कि जयपुर जिले के जोबनेर में स्थित है। दूसरी राय यह है कि यह है नाम ढूंढ नदी के नाम से लिया गया है जो ढूंढाड़ क्षेत्र मे बहती है। ढूंढाड़ी के वैकल्पिक नाम हैं: ढूंढाली, ढूंढाडी, झडशाइ बोली, और काई-कुई बोली और जयपुरी।
Additional Information
जयपुरी राजस्थान प्रदेश की प्रमुख बोलियों में से एक है। यह शौरसैनी अपभ्रंश के उपनागर से विकसित हुई है। इसकी मुख्य लिपि नागरी है।
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 4:
भारतीय संविधान के किस भाग में राजभाषा संबंधी प्रावधान है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 4 Detailed Solution
भारतीय संविधान के भाग 17 में राजभाषा संबंधी प्रावधान है।
Key Pointsभाग-17
- हमारे संविधान में भाग 17 के अनुच्छेद 343 से 351 तक राजभाषा को लेकर विशेष प्रावधान हैं।
- संविधान सभा में राजभाषा पर तीन दिन की लंबी बहस के बाद 14 सिंतबर, 1949 को संविधान ने हिन्दी को सर्वसम्मति से राजभाषा का दर्जा दिया था।
Additional Information भाग 16-
-
अनुसूचित क्षेत्रों के प्रशासन और अनुसूचित जनजातियों के कल्याण के बारे में संघ का नियंत्रण–
भाग 15-
- निर्वाचनों के अधीक्षण, निदेशन और नियंत्रण का निर्वाचन आयोग में निहित होना---
- इस संविधान के अधीन संसद और प्रत्येक राज्य के विधान-मंडल के लिए कराए जाने वाले सभी निर्वाचनों के लिए तथा राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के पदों के लिए निर्वाचनों के लिए निर्वाचक-नामावली तैयार कराने का और उन सभी निर्वाचनों के संचालन का अधीक्षण, निदेशन और नियंत्रण एक आयोग में निहित होगा (जिसे इस संविधान में निर्वाचन आयोग कहा गया है)।
भाग 18-
-
वाह्य आक्रमण और आंतरिक अशांति से राज्य की संरक्षा करने का संघ का कर्तव्य–संघ का यह कर्तव्य होगा कि वह वाह्य आक्रमण और आंतरिक अशांति से प्रत्येक राज्य की संरक्षा करे और प्रत्येक राज्य की सरकार का इस संविधान के उपबंधों के अनुसार चलाया जाना सुनिाश्चित करे ।
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 5:
मीराबाई के पद राजस्थानी भाषा की किस बोली में लिखे गए है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 5 Detailed Solution
मीराबाई के पद राजस्थानी भाषा की मारवाड़ी बोली में लिखे गए है
Key Points
- मीराबाई के पद मुख्य रूप से राजस्थानी भाषा की मारवाड़ी बोली में लिखे गए हैं,
- लेकिन उनकी भाषा में ब्रज भाषा और गुजराती का भी कुछ प्रभाव है, मीराबाई की कविताएं राजस्थानी भाषा में गेय पद हैं।
- मीराबाई की भाषा सरल, सहज और आम बोलचाल की भाषा है जो राजस्थानी, ब्रज और गुजराती का मिश्रण है।
Important Pointsमीराबाई -
- जन्म- 1498 ई.
- सोलहवीं शताब्दी की एक कृष्ण भक्त और कवयित्री थीं।
- मीरा बाई ने कृष्ण भक्ति के स्फुट पदों की रचना की है।
- मीराबाई की रचनाएँ-
- राग गोविंद
- गोविंद टीका
- राग सोरठा
- मीरा की मल्हार
- नरसी जी रो माहेरो
- गर्वागीत
- फुटकर पद
Additional Information
उपभाषा | बोलियाँ | मुख्य क्षेत्र |
राजस्थानी | 1. मारवाड़ी, 2. जयपुरी, 3. मेवाती, 4. मालवी | राजस्थान |
पश्चिमी हिन्दी | 1. हरियाणी, 2. खड़ी बोली, 3. ब्रजभाषा, 4. बुन्देली, 5. कन्नौजी, 6. निमाड़ी | हरियाणा, उत्तर प्रदेश |
पूर्वी हिन्दी | 1. अवधी, 2. बघेली, 3. छत्तीसगढ़ी | मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश |
बिहारी | 1. भोजपुरी, 2. मगही, 3. मैथिली | बिहार, उत्तर प्रदेश |
पहाड़ी | 1. पश्चिमी पहाड़ी (नेपाली), 2. मध्यवर्ती पहाड़ी (कुमाऊँनी- गढ़वाली) | उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश |
Top हिन्दी भाषा के विविध रूप MCQ Objective Questions
कौन सी प्राचीन भाषा नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDFदिये गए विकल्पों में से विकल्प 2 'पंजाबी' सही उत्तर है।
- पंजाबी भाषा पंजाब की आधुनिक भारतीय आर्यभाषा है। ग्रियर्सन ने पूर्वी पंजाबी को "पंजाबी" और पश्चिमी पंजाबी को "लहँब्रा" कहा है। वास्तव में पूर्वी पंजाबी और पश्चिमी पंजाबी पंजाबी की दो उपभाषाएँ हैं जैसे पूर्वी हिंदी और पश्चिमी हिंदी हिंदी की।
भारतीय भाषाओँ को तीन कालों में विभाजित किया गया है -
नाम |
प्रयोग काल |
उदाहरण |
प्राचीन भारतीय आर्यभाषा |
1500 ई. पू.– 500 ई. पू. |
वैदिक संस्कृत व लौकिक संस्कृत |
मध्यकालीन भारतीय आर्यभाषा |
500 ई. पू.– 1000 ई. |
पालि, प्राकृत, अपभ्रंश |
आधुनिक भारतीय आर्यभाषा |
1000 ई.– अब तक |
हिन्दी और हिन्दीतर भाषाएँ – बांग्ला, उड़िया, मराठी, |
प्रथम राजभाषा आयोग की स्थापना कब की गई?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDFप्रथम राजभाषा आयोग की स्थापना 7 जून 1955 में की गई।
Key Points
- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 344 में प्राप्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए 7 जून 1955 को राज्य भाषा आयोग का गठन किया गया।
- बी. जी. खेर उस समय राजभाषा आयोग के अध्यक्ष थे, उन्होंने 1956 में राष्ट्रपति को अपनी रिपोर्ट सौंपी।
- संयुक्त संसदीय समिति द्वारा रिपोर्ट पर विचर करने के उपरांत राष्ट्रपति ने 27 अप्रैल, 1969 को एक आदेश जारी किया, जो इस प्रकार है-
- वैज्ञानिक, प्रशासनिक एवं कानूनी साहित्य संबंधी हिंदी शब्दावली तैयार करने के लिए तथा अंग्रेजी कृतियों का हिंदी में अनुवाद करने के लिए एक स्थायी आयोग का गठन किया जाए।
- संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं के माध्यम के रूप में अंग्रेजी का प्रयोग चलता रहे और बाद में वैकल्पिक माध्यम के रूप में हिंदी का प्रचलन प्रारंभ किया जाए।
- संसदीय विधान कार्य अंग्रेजी में चलता रहेगा किंतु इसके प्रामाणिक हिंदी अनुवाद की व्यवस्था की जाए।
छठवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन कहाँ हुआ था?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFदिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 3 'ब्रिटेन’ है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं।
Key Points
- छठवां विश्व हिंदी सम्मेलन 1999 में लंदन, ब्रिटेन में आयोजित किया गया था।
- दिए गए अन्य नाम यहाँ अनुचित हैं।
- अमेरिका में - आठवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन
- पोर्टलुई में - दूसरा विश्व हिन्दी सम्मेलन
Additional Information
- विश्व हिन्दी सम्मेलन हिन्दी भाषा का सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन है, जिसमें विश्व भर से हिन्दी विद्वान, साहित्यकार, पत्रकार, भाषा विज्ञानी, विषय विशेषज्ञ तथा हिन्दी प्रेमी शामिल होते हैं।
- 'विश्व हिंदी सम्मेलन' की संकल्पना 'राष्ट्रभाषा प्रचार समिति', वर्धा द्वारा 1973 में की गई थी।
'संघ की राजभाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी।' संविधान के किस अनुच्छेद में वर्णित है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDF'संघ की राजभाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी।' संविधान के किस अनुच्छेद में वर्णित है-अनुच्छेद 343(1)
अनुच्छेद 343(1)-
- "संघ की राजभाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी।"
- "संघ के शासकीय प्रयोजनों के लिए प्रयोग होने वाले अंकों का अंतर्राष्ट्रीय रूप होगा।"
- इसी अनुच्छेद में यह प्रयोजन भी है कि शासकीय प्रयोजनों के लिए अंग्रेजी भाषा का प्रयोग 15 वर्षों ताक होता रहेगा।
Key Pointsहिन्दी की संवैधानिक स्थिति-
- 14 सितंबर, 1949 ई. को भारतीय संविधान में हिन्दी को राजभाषा का दर्जा दिया गया।
- भारतीय संविधान के भाग 5, 6 और 17 में राजभाषा संबंधी उपबंध हैं।
- भाग 17 का शीर्षक राजभाषा है।
- इस भाग में चार अध्याय है जो अनुच्छेद-343 से 351 के अंतर्गत समाहित है।
Important Pointsअनुच्छेद 342-
- इस अनुच्छेद में भारतीय अनुसूचित जातियों से संबंधित अनुबंध है।
अनुच्छेद 344-
- राष्ट्रपति, इस संविधान के प्रारंभ से पांच वर्ष की समाप्ति पर और तत्पश्चात ऐसे प्रारंभ से दस वर्ष की समाप्ति पर, आदेश द्वारा, एक आयोग गठित करेगा जो एक अध्यक्ष और आठवीं अनुसूची में विनिर्दिष्ट विभिन्न भाषाओँ का प्रतिनिधित्व करने वाले ऐसे अन्य सदस्यों से मिलकर बनेगा जिनको राष्ट्रपति नियुक्त करे और आदेश में आयोग द्वारा अनुसरण की जाने वाली प्रक्रिया परिनिाश्चित की जाएगी ।
- ये आयोग भारत की उन्नति की प्रक्रिया तथा अहिंदी भाषी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए अनुशंसा करेंगे।
अनुच्छेद 351-
- "संघ का यह कर्तव्य होगा कि वह हिन्दी भाषा का प्रसार बढाए, उसका विकास करे जिससे वह भारत की सामासिक संस्कॄति के सभी तत्वों की अभिव्यक्ति का माध्यम बन सके और उसकी प्रकॄति में हस्तक्षेप किए बिना हिन्दुस्तानी में और आठवीं अनुसूची में विनिर्दिष्ट भारत की अन्य भाषाओँ में प्रयुक्त रूप, शैली और पदों को आत्मसात करते हुए और जहां आवश्यक या वांछनीय हो वहां उसके शब्द-भंडार के लिए मुख्यतः संस्कॄत से और गौणतः अन्य भाषाओँ से शब्द ग्रहण करते हुए उसकी समॄद्धि सुनिाश्चित करे।"
भारत की राजभाषा ______ नहीं है।
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDFKey Points
-
भारत की राजभाषा मिज़ो नहीं है।
-
14 सितम्बर सन् 1949 को हिन्दी को भारत की राजभाषा स्वीकारा गया। इसके बाद संविधान में अनुच्छेद 343 से 351 तक राजभाषा के सम्बन्ध में व्यवस्था की संविधान की धारा 343(1) के अनुसार भारतीय संघ की राजभाषा हिन्दी एवं लिपि देवनागरी भी राष्ट्रपति कतिपय विशिष्ट प्रयोजनों के लिए हिन्दी के प्रयोग का प्राधिकार दे सकते हैं।
-
वर्तमान में भारतीय संविधान में 22 राजभाषाएं वर्णित हैं. वर्तमान में 22 राजभाषाएं इस प्रकार हैं; बंगाली, बोड़ो, डोगरी, गुजराती, हिन्दी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, ओड़िया, पंजाबी , संस्कृत, संथाली, सिन्धी, तमिल, तेलुगू, उर्दू और असमिया।
Additional Information
राजभाषा किसे कहते हैं?
- किसी राज्य या देश की घोषित भाषा होती है जो कि सभी राजकीय प्रयोजनों में प्रयोग होती है।
- उदाहरणतः भारत की राजभाषा हिन्दी है। केंद्रीय स्तर पर दूसरी आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है।
भारत के संविधान में राजभाषा अधिनियम कब पारित किया गया ?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDF- यह अधिनियम राजभाषा अधिनियम, 1963 कहा जा सकेगा।
- धारा 3, जनवरी, 1965 के 26 वें दिन को प्रवृत्त होगी
- इस अधिनियम के शेष उपबन्ध उस तारीख को प्रवृत्त होंगे जिसे केन्द्रीय सरकार,शासकीय राजपत्र में अधिसूचना द्वारा नियत करे
- इस अधिनियम के विभिन्न उपबन्धों के लिए विभिन्न तारीखें नियत की जा सकेंगी।
- संविधान की धारा 343(1) के अनुसार भारतीय संघ की राजभाषा हिन्दी एवं लिपि देवनागरी है।
- संघ के राजकीय प्रयोजनों के लिये प्रयुक्त अंकों का रूप भारतीय अंकों का अंतरराष्ट्रीय स्वरूप (अर्थात 1, 2, 3 आदि) है।
- संसद का कार्य हिन्दी में या अंग्रेजी में किया जा सकता है।
'विश्व हिन्दी दिवस' कब मनाया जाता है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDF- पहला विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन 10 जनवरी 1975 को नागपुर में किया गया था। इसमें 30 देशों के 122 प्रतिनिधियों ने शिरकत की थी।
- इसीलिए इस तारीख को चुना गया। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने 2006 से 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाने की घोषणा की थी।
- विश्व हिन्दी सम्मेलन हिन्दी भाषा का सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन है, जिसमें विश्व भर से हिन्दी विद्वान, साहित्यकार, पत्रकार, भाषा विज्ञानी, विषय विशेषज्ञ तथा हिन्दी प्रेमी जुटते हैं।
दिवस |
दिनांक |
हिंदी दिवस |
14 सितम्बर |
विश्व हिंदी दिवस | 10 जनवरी |
वेलेंटाइन वीक के चौथे दिन (टेडी डे) |
10 फरवरी |
भारतीय महिला दिवस |
10 मार्च |
विश्व में हिन्दी भाषा को_______ स्थान प्राप्त है
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDFविश्व में हिन्दी भाषा को तृतीय स्थान प्राप्त हैI अन्य विकल्प उपयुक्त नहीं हैंI
Key Points
- आज दुनिया भर में बोली जाने वाली सभी भाषाओं में हिंदी तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हैI
- हिंदी भाषा की लिपि (देवनागरी) विश्व की सर्वाधिक वैज्ञानिक लिपि है।
- आज वैश्वीकरण के दौर में, हिंदी विश्व स्तर पर एक प्रभावशाली भाषा बनकर उभरी है।
- आज पूरी दुनिया में 175 से अधिक विश्वविद्यालयों में हिन्दी भाषा पढ़ाई जा रही है।
- ज्ञान-विज्ञान की पुस्तकें बड़े पैमाने पर हिंदी में लिखी जा रही है।
- सोशल मीडिया और संचार माध्यमों में हिंदी का प्रयोग निरंतर बढ़ रहा है।
Additional Information हिंदी की बोलियाँ-
हिन्दी की अनेक बोलियाँ (उपभाषाएँ) है-
- जिनमें अवधी, ब्रजभाषा, कन्नौजी, बुंदेली, बघेली, हड़ौती,भोजपुरी, हरयाणवी, राजस्थानी, छत्तीसगढ़ी, मालवी, नागपुरी, खोरठा, पंचपरगनिया, कुमाउँनी, मगही आदि प्रमुख हैं।
- हिन्दी की बोलियाँ और उन बोलियों की उपबोलियाँ हैं जो अपने में एक बड़ी परंपरा, इतिहास, सभ्यता को समेटे हुए हैं।
हिन्दी भाषा किस लिपि में लिखी जाती है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDFहिन्दी भाषा देवनागरी लिपि में लिखी जाती है। अन्य विकल्प असंगत है। अतः सही उत्तर विकल्प 3) देवनागरी लिपि होगा ।
Key Points
|
|
Additional Information
ब्राह्मी लिपि |
ब्राह्मी लिपि भारत की प्राचीनतम लिपियों में से एक है। इसके प्रयोग के प्राचीन उदाहरण अशोक के अभिलेखों के रूप में उपलब्ध हैं। यह बाएँ से दाएँ लिखी जाती है। |
गुरुमुखी |
गुरमुखी लिपि (ਗੁਰਮੁਖੀ ਲਿਪੀ) एक लिपि है जिसमें पंजाबी भाषा लिखी जाती है। इस लिपि में तीन स्वर और 32 व्यंजन हैं। स्वरों के साथ मात्राएँ जोड़कर अन्य स्वर बना लिए जाते हैं। |
हिन्दी पर सामासिक संस्कृति के वहन का दायित्व संविधान के किस अनुच्छेद में निर्धारित है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDF- सही उत्तर विकल्प 4 है।
- अनुच्छेद 351
Key Points
संविधान में हिंदी भाषा संबंधी निम्नलिखित अनुच्छेद हैं
अनुच्छेद 343 |
संघ की राजभाषा हिंदी होगी और लिपि देवनागरी भारतीय अंकों का रूप अंकों का अंतर्राष्ट्रीय रूप |
अनुच्छेद 344 |
राष्ट्रपति द्वारा राजभाषा आयोग का गठन |
अनुच्छेद 345 |
राज्य की भाषा हिंदी, अंग्रेजी अथवा उस राज्य में बोले जाने वाली कोई एक भाषा होगीI |
अनुच्छेद 346 |
राज्यों के बीच में आपसी संवाद और राज्य और संघ के बीच में आपसी संवाद की भाषा |
अनुच्छेद 347 |
राज्य की दूसरी भाषा जो जनसंख्या द्वारा मांगी गयी होI |
अनुच्छेद 348 |
उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय की भाषा |
अनुच्छेद 349 |
संविधान के प्रारम्भ के 15 वर्ष की अवधि के दौरान प्रयोग की जाने वाली भाषा का उपबंध करने वाला विधेयक से सम्बंधित |
अनुच्छेद 350 |
शिकायत की भाषा भाषाई अल्पसंख्यक वर्ग को उसकी मातृभाषा में शिक्षा भाषाई अल्पसंख्यक वर्गों के लिए विशेष भाषा अधिकारी की नियुक्ति |
अनुच्छेद 351 |
हिंदी भाषा का प्रचार, प्रसार तथा उन्नति |
- संसद कार्य की भाषा हिंदी या अंग्रेजी होगी - भाग 5, अनुच्छेद 120
- राज्य विधान मंडल की भाषा हिंदी या अंग्रेजी - भाग 6, अनुच्छेद 210
- राजभाषा आयोग - गठन 1955
- अध्यक्ष - बीजी खेर
- राजभाषा समिति - गठन 1957
- अध्यक्ष - जीबी पंत