Question
Download Solution PDFSN2 अभिक्रिया की त्रिविम रसायन (Stereochemistry) में क्या शामिल है?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFसंकल्पना (CONCEPT):
SN2 अभिक्रियाओं की त्रिविम रसायन (Stereochemistry of SN2 Reactions)
- SN2 अभिक्रिया क्रियाविधि (SN2 Reaction Mechanism): SN2 (द्विआण्विक नाभिकस्नेही प्रतिस्थापन) अभिक्रिया में एकल-चरण क्रियाविधि शामिल होती है जहाँ नाभिकस्नेही विस्थापित समूह के विपरीत दिशा से इलेक्ट्रोनस्नेही कार्बन पर आक्रमण करता है, जिससे संक्रमण अवस्था और फिर उत्पाद बनता है।
- पीछे से आक्रमण (Backside Attack): चूँकि नाभिकस्नेही विस्थापित समूह के विपरीत दिशा से आक्रमण करता है, इसलिए पीछे से आक्रमण होता है, जो कार्बन केंद्र के विन्यास को पलट देता है।
- त्रिविम रासायनिक परिणाम (Stereochemical Outcome): SN2 अभिक्रिया का परिणाम काइरल केंद्र पर विन्यास का उत्क्रमण होता है, जिसे "वाल्डेन उत्क्रमण" भी कहा जाता है।
व्याख्या (EXPLANATION):
- SN2 अभिक्रिया में, यदि अभिकारक अणु में एक काइरल केंद्र है, तो अभिक्रिया उस काइरल केंद्र पर विन्यास के उत्क्रमण का परिणाम देगी।
- यह उत्क्रमण इसलिए होता है क्योंकि नाभिकस्नेही को विस्थापित समूह के विपरीत दिशा से संपर्क करना चाहिए, प्रभावी रूप से काइरल कार्बन के चारों ओर प्रतिस्थापकों की स्थानिक व्यवस्था को पलट देता है।
- यह प्रक्रिया रेसिमिकरण (जो दोनों प्रतिबिम्ब समावयवी का 50:50 मिश्रण उत्पन्न करता है) और धारण (जो मूल विन्यास को बनाए रखता है) से अलग है।
सही विकल्प 2) उत्क्रमण (Inversion) है।
Last updated on Jul 15, 2025
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