वृद्धि संधि MCQ Quiz in मल्याळम - Objective Question with Answer for वृद्धि संधि - സൗജന്യ PDF ഡൗൺലോഡ് ചെയ്യുക
Last updated on Mar 18, 2025
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वृद्धि संधि Question 1:
निम्नांकित में वृद्धि संधि का उदाहरण है -
Answer (Detailed Solution Below)
वृद्धि संधि Question 1 Detailed Solution
सही उत्तर 'सदैव' है।
- 'सदैव' शब्द वृद्धि संधि का उदाहरण है।
- 'सदैव' का संधि विच्छेद = सदा + एव।
- 'सदैव' शब्द में 'आ + ए = ऐ' का मेल हो रहा है इसलिए यहां वृद्धि संधि है।
- जब संधि करते समय अ, आ के साथ ए, ऐ हो तो 'ऐ' बनता है और जब अ, आ के साथ ओ, औ हो तो 'औ' बनता है, तो उसे वृद्धि संधि कहते हैं।
Key Points
अन्य विकल्पों का विश्लेषण
शब्द | संधि विच्छेद | संधि |
सर्वेक्षण | सर्व + ईक्षण | गुण स्वर संधि |
अभीप्सा | अभि + ईप्सा | दीर्घ स्वर संधि |
महोदय | महा + उदय | गुण स्वर संधि |
Important Points
संधि - दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं। संधि के तीन प्रकार हैं - |
|
स्वर संधि |
स्वर वर्ण के साथ स्वर वर्ण के मेल से विकार उत्पन्न होता है। जैसे – विद्या + अर्थी = विद्यार्थी, महा + ईश = महेश। |
व्यंजन संधि |
एक व्यंजन से दूसरे व्यंजन या स्वर के मेल से विकार उत्पन्न होता है। जैसे - अहम् + कार = अहंकार, उत् + लास = उल्लास। |
विसर्ग संधि |
विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन के मेल से विकार उत्पन्न होता है। जैसे – दुः + आत्मा =दुरात्मा, निः + कपट =निष्कपट। |
Additional Information
स्वर संधि के भेद:
दीर्घ स्वर संधि - दो सवर्ण, ह्रस्व या दीर्घ, स्वरों के मेल होने पर दीर्घ स्वर बन जाता है, जैसे – शिव + आलय (अ + आ) = शिवालय, गिरि + इन्द्र (इ + इ) = गिरीन्द्र। |
यण स्वर संधि - इ, ई, उ, ऊ या ऋ का मेल यदि असमान स्वर से हो तो इ, ई का 'य'; उ, ऊ का 'व' और ऋ का 'र' हो जाता है, जैसे - यदि + अपि (इ + अ) = यद्यपि, अनु + एषण = अन्वेषण। |
गुण स्वर संधि - अ, आ के साथ इ, ई का मेल होने पर 'ए'; उ, ऊ का मेल होने पर 'ओ'; तथा ऋ का मेल होने पर 'अर्' हो जाता है, जैसे – देव + इन्द्र (अ + इ) = देवेन्द्र |
वृद्धि स्वर संधि - अ, आ का मेल ए, ऐ के साथ होने पर 'ऐ' तथा ओ, औ के साथ होने पर 'औ' में परिवर्तित हो जाता है, जैसे – एक + एक (अ + ए) = एकैक, परम + ओजस्वी (अ + ओ) = परमौजस्वी। |
अयादि स्वर संधि- यदि ए, ऐ, ओ, औ के साथ कोई अन्य स्वर हो तो ए का अय, ऐ का आय, ओ का अव, औ का आव हो जाता है। |
वृद्धि संधि Question 2:
एक + एक = एकैक, इसमें कौनसी संधि है ?
Answer (Detailed Solution Below)
वृद्धि संधि Question 2 Detailed Solution
- यहाँ पर एकैक में वृद्धि स्वर संधि हुई है। अतः वृद्धि स्वर संधि संगत विकल्प है, अन्य सभी विकल्प असंगत है।
Hint
- अ, आ का ए, ऐ से मेल होने पर ऐ तथा अ, आ का ओ, औ से मेल होने पर औ हो जाता है। इसे वृद्धि संधि कहते हैं।
- स्वर संधि की परिभाषा:
- जब आपस में दो स्वरों के मिलने से जो बदलाव होता है उसे हम स्वर संधि के नाम से जानते है।
- जैसे: विद्या +आलय =विद्यालय, देव+इन्द्र =देवेन्द्र।
- स्वर संधि की विशेष बात यह है कि इसका संधि कार्य स्वरों के बीच ही होता है
- जबकि व्यंजन संधि में व्यंजन और स्वर दोनों के बीच संधि कार्य हो सकता है।
- जैसे: वाक्+ईश =वागीश, अच्+आदि = अजादि।
- स्वर संधि के मुख्य पांच भेद है, उसी प्रकार व्यंजन संधि के भी कई प्रकार है।
वृद्धि संधि Question 3:
'वित्त + ऐषणा' का संधि रूप क्या होगा?
Answer (Detailed Solution Below)
वृद्धि संधि Question 3 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 2 ‘वित्तैषणा’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
Key Points
- दिए गए विकल्पों में से 'वित्त + ऐषणा (अ + ए)' का संधि रूप 'वित्तैषणा' है।
- यह वृद्धि संधि का उदाहरण है।
- वृद्धि संधि - अ, आ का ए, ऐ से मेल होने पर ऐ तथा अ, आ का ओ, औ से मेल होने पर औ हो जाता है। इसे वृद्धि संधि कहते हैं।
- वृद्धि संधि स्वर संधि का एक भेद है।
- अन्य विकल्प इसके त्रुटिपूर्ण उत्तर हैं।
Additional Information
संधि- दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं। संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर 2. व्यंजन और 3. विसर्ग। |
||
स्वर संधि |
दो स्वरों के मेल से उत्पन्न होने वाले विकार को स्वर संधि कहते हैं। इसके इसके पाँच भेद हैं- दीर्घ, गुण, वृद्धि, यण, अयादि। |
स्वार्थ = स्व + अर्थ |
व्यंजन संधि |
व्यंजन के बाद यदि किसी स्वर या व्यंजन के आने से उस व्यंजन में जो विकार / परिवर्तन उत्पन्न होता है वह व्यंजन संधि कहलाता है। |
दिग्गज = दिक् + गज |
विसर्ग संधि |
विसर्ग के साथ स्वर अथवा व्यंजन के मिलने से जो विकार उत्पन्न होता है, उसे विसर्ग संधि कहते हैं। |
शिरोमणि = शिर: + मणि |
वृद्धि संधि Question 4:
मत + ऐक्य = _______
Answer (Detailed Solution Below)
वृद्धि संधि Question 4 Detailed Solution
मत + ऐक्य = मतैक्य
- मत + ऐक्य = मतैक्य (अ + ऐ = ऐ) वृद्धि संधि
- मतैक्य- मतों या विचारों की एकता।
- अन्य सभी विकल्प में वर्तनी सम्बन्धित त्रुटि है।
Key Pointsवृद्धि संधि:-
- जब संधि करते समय जब (अ , आ) के साथ (ए , ऐ) हो तो ‘ऐ' बनता है,
- जब (अ , आ) के साथ (ओ , औ) हो तो ‘औ' बनता है। उसे वृद्धि संधि कहते हैं।
उदाहरण-
- सदा + एव = सदैव (आ + ए = ऐ)
- एक + एक = एकैक (अ + ए = ऐ)
- महा + औदार्य = महौदार्य (आ + औ = औ)
- परम + औषध = परमौषध (अ + औ = औ)
वृद्धि संधि Question 5:
'महैश्वर्य' का संधि विच्छेद क्या होगा?
Answer (Detailed Solution Below)
वृद्धि संधि Question 5 Detailed Solution
दिए गए सभी विकल्पों में सही उत्तर ‘महा + ऐश्वर्य’ है।
Key Points
दिए गए विकल्पों में से 'महैश्वर्य' का उचित संधि विच्छेद 'महा + ऐश्वर्य (आ + ऐ = ऐ)' है।
- यह वृद्धि संधि का उदाहरण है जो स्वर संधि का एक भेद है।
- जब संधि करते समय जब अ, आ के साथ ए, ऐ हो तो 'ऐ' बनता है और जब अ, आ के साथ ओ, औ हो तो 'औ' बनता है। उसे वृद्धि संधि कहते हैं।
- स्वर संधि के पाँच भेद हैं -
- गुण संधि
- दीर्घ संधि
- वृद्धि संधि
- यण संधि
- अयादि संधि
Additional Information
संधि - दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं। संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर 2. व्यंजन और 3. विसर्ग। |
||
स्वर संधि |
दो स्वरों के मेल से उत्पन्न होने वाले विकार को स्वर संधि कहते हैं। इसके इसके पाँच भेद हैं- दीर्घ, गुण, वृद्धि, यण, अयादि। |
स्वार्थ = स्व + अर्थ |
व्यंजन संधि |
व्यंजन के बाद यदि किसी स्वर या व्यंजन के आने से उस व्यंजन में जो विकार / परिवर्तन उत्पन्न होता है वह व्यंजन संधि कहलाता है। |
दिग्गज = दिक् + गज |
विसर्ग संधि |
विसर्ग के साथ स्वर अथवा व्यंजन के मिलने से जो विकार उत्पन्न होता है, उसे विसर्ग संधि कहते हैं। |
शिरोमणि = शिर: + मणि |
वृद्धि संधि Question 6:
निम्न विकल्पों में से उस विकल्प का चयन करें जो दिए गए संधि शब्द के सही संधि-विच्छेद का विकल्प है।
लोकैषणा
Answer (Detailed Solution Below)
वृद्धि संधि Question 6 Detailed Solution
लोकैषणा शब्द में 'लोक + एषणा' ये दो शब्द मिलकर लोकैषणा शब्द बना है, अतः 'लोक + एषणा' सही संधि विच्छेद होगा, इसमें वृद्धि संधि हुई है।
लोकैषणा शब्द का अर्थ - सामाजिक प्रतिष्ठा और यश की कामना। स्वर्ग सुख की कामना।
Key Points
- 'लोकैषणा' में वृद्धि संधि है।
- लोक + एषणा = लोकैषणा' यदि 'अ' या 'आ' के बाद ए या ऐ आये तो 'ऐ' होगा।
संधि |
परिभाषा |
उदाहरण |
वृद्धि संधि |
जब संधि करते समय जब अ , आ के साथ ए , ऐ हो तो ' ऐ ' बनता है और जब अ , आ के साथ ओ , औ हो तो ' औ ' बनता है। उसे वृधि संधि कहते हैं। |
सदा + एव = सदैव |
संधि - दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं। संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर, 2. व्यंजन और 3. विसर्ग, |
||
संधि |
परिभाषा |
उदाहरण |
स्वर |
स्वर वर्ण के साथ स्वर वर्ण के मेल से विकार उत्पन्न होता है। |
विद्या + अर्थी = विद्यार्थी महा + ईश = महेश |
व्यंजन |
एक व्यंजन से दूसरे व्यंजन या स्वर के मेल से विकार उत्पन्न होता है। |
अहम् + कार = अहंकार उत् + लास = उल्लास |
विसर्ग |
विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन के मेल से विकार उत्पन्न होता है। |
दुः + आत्मा = दुरात्मा निः + कपट = निष्कपट |
वृद्धि संधि Question 7:
मतैक्य शब्द का संधि विच्छेद क्या होगा?
Answer (Detailed Solution Below)
वृद्धि संधि Question 7 Detailed Solution
सही उत्तर मत + ऐक्य है।
Key Points
- मतैक्य का उचित संधि विच्छेद मत + ऐक्य (अ + ऐ = ऐ)’ होगा।
- यह वृद्धि स्वर संधि का उदाहरण है।
- जब संधि करते समय जब अ, आ के साथ ए, ऐ हो तो 'ऐ' बनता है और जब अ, आ के साथ ओ, औ हो तो 'औ' बनता है, उसे वृद्धि संधि कहते हैं।
Additional Information
संधि - दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं। संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर 2. व्यंजन और 3. विसर्ग। |
||
संधि |
परिभाषा |
उदाहरण |
स्वर |
स्वर वर्ण के साथ स्वर वर्ण के मेल से विकार उत्पन्न होता है। |
विद्या + अर्थी = विद्यार्थी |
व्यंजन |
एक व्यंजन से दूसरे व्यंजन या स्वर के मेल से विकार उत्पन्न होता है। |
अहम् + कार = अहंकार |
विसर्ग |
विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन के मेल से विकार उत्पन्न होता है। |
दुः + आत्मा =दुरात्मा |
वृद्धि संधि Question 8:
वृद्धि सन्धि में होने चाहिए
Answer (Detailed Solution Below)
वृद्धि संधि Question 8 Detailed Solution
- वृद्धि संधि में - अ, आ का ए, ऐ से मेल होने पर ऐ तथा अ, आ का ओ, औ से मेल होने पर औ हो जाता है, उसे वृद्धि संधि कहते हैं।
- अत: उचित विकल्प यहाँ 'अ, आ + ए, ओं, ऐ, औ' होगा।
Key Points
संधि |
परिभाषा |
उदाहरण |
वृद्धि संधि |
यदि अ/आ के बाद ए/ऐ हो, तो ‘ऐ’, ओ/औ हो, तो ‘औ’ बन जाता हैI वृद्धि संधि कहलाती हैI |
जैसे- सदा + एव = सदैव महा + औषध = महौषध आदिI |
Additional Information
दीर्घ संधि |
जब दो समान स्वर या सवर्ण मिल जाते हैँ, चाहे वे ह्रस्व होँ या दीर्घ, या एक ह्रस्व हो और दूसरा दीर्घ, तो उनके स्थान पर एक दीर्घ स्वर हो जाता है, इसी को सवर्ण दीर्घ स्वर संधि कहते हैं। |
आत्मा + आनंद = आत्मानंद |
गुण संधि |
जब संधि करते समय (अ, आ) के साथ इ, ई) हो तो तो ‘ए’ बनता है, जब (अ, आ) के साथ (उ, ऊ) हो तो ‘ओ’ बनता है, जब (अ, आ) के साथ (ऋ) हो तो ‘अर्’ बनता है तो यह गुण संधि कहलाती है। |
महा + ईश = महेश (आ +ई = ए)
|
वृद्धि संधि |
अ या आ के बाद यदि ए, ऐ होँ तो इनके स्थान पर ‘ऐ’ तथा अ, आ के बाद ओ, औ होँ तो इनके स्थान पर ‘औ’ हो जाता है। ‘ऐ’ तथा ‘औ’ स्वर ‘वृद्धि स्वर’ कहलाते हैँ अतः इस संधि को वृद्धि संधि कहते हैं। |
परम + ओज = परमौज |
यण संधि |
जब हृस्व इ, उ, ऋ या दीर्घ ई, ऊ, ॠ के बाद कोई असमान स्वर आये, तो इ, ई के स्थान पर ‘य्’ तथा उ, ऊ के स्थान पर ‘व्’ और ऋ, ॠ के स्थान पर ‘र्’ हो जाता है। इसे यण् संधि कहते हैं। |
यदि + अपि = यद्यपि |
अयादि संधि |
ए, ऐ, ओ, औ के बाद यदि कोई असमान स्वर हो, तो ‘ए’ का ‘अय्’, ‘ऐ’ का ‘आय्’, ‘ओ’ का ‘अव्’ तथा ‘औ’ का ‘आव्’ हो जाता है। इसे अयादि संधि कहते हैं। |
शे + अन = शयन |
वृद्धि संधि Question 9:
‘एकैक’ शब्द में कौन-सी संधि है?
Answer (Detailed Solution Below)
वृद्धि संधि Question 9 Detailed Solution
एकैक शब्द का सही संधि विच्छेद होगा एक + एक जिसमें वृद्धि संधि है, अत: सही विकल्प 2 वृद्धि संधि होगा|
एक + एक (अ + ए) = एकैक
Key Points
संधि |
परिभाषा व उदहारण |
वृद्धि |
अ, आ का मेल ए, ऐ के साथ होने पर 'ऐ' तथा ओ, औ के साथ होने पर 'औ' में परिवर्तित हो जाता है। जैसे – एक + एक (अ + ए) = एकैक, परम + ओजस्वी (अ + ओ) = परमौजस्वी। |
गुण |
अ, आ के साथ इ, ई का मेल होने पर 'ए'; उ, ऊ का मेल होने पर 'ओ'; तथा ऋ का मेल होने पर 'अर्' हो जाता है। जैसे – देव + इन्द्र (अ + इ) = देवेन्द्र, देव + ऋषि (अ + ऋ) = देवर्षि। |
अयादि |
ए, ऐ तथा ओ, औ का मेल किसी अन्य स्वर के साथ होने से क्रमशः ए का अय्, ऐ का आय, ओ का अव् तथा औ का आव् हो जाता है। जैसे – ने + अन (ए + अ) = नयन, गै + अक (ऐ + अ) = गायक। |
वृद्धि संधि Question 10:
'सदैव' के लिए सही संधि विच्छेद को चुनिए।
Answer (Detailed Solution Below)
वृद्धि संधि Question 10 Detailed Solution
सही उत्तर है - ‘सदा + एव’।
- ‘सदैव’ का सही संधि-विच्छेद सदा + एव है।
- ‘सदैव’ में वृद्धि संधि है।
- ‘सदैव’ शब्द का उचित संधि विच्छेद ‘सदा + एव (आ + ए = ऐ)’ होगा।
- जब संधि करते समय जब अ, आ के साथ ए, ऐ हो तो ’ऐ’ बनता है और जब अ, आ के साथ ओ, औ हो तो ‘औ’ बनता है।
उसे वृधि संधि कहते हैं।
अन्य उदाहरण :
- महा + ऐश्वर्य : महैश्वर्य (आ + ऐ = ऐ)
- महा + ओजस्वी : महौजस्वी (आ + ओ = औ)
सन्धि :
- दो या अधिक वर्णों के पास-पास आने के परिणामस्वरूप जो विकार उत्पन्न होता है उसे सन्धि कहते हैं।
- मुख्य रूप से संधि के तीन प्रकार होते है:-
- स्वर संधि
- व्यंजन संधि
- विसर्ग संधि