शरीर के विभिन्न हिस्सों में होता है:

This question was previously asked in
MSTET Varg 2 Science (Shift 2): Held on 18th Feb 2019
View all MPTET Varg 2 Papers >
  1. छिटपुट विकास या कहीं-कहीं विकास
  2. समान विकास
  3. विकास के विभिन्न दर
  4. कोई विकास नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : विकास के विभिन्न दर
Free
MP MSTST Varg 2 (Mains) Mathematics Full Test 1
5.9 K Users
100 Questions 100 Marks 120 Mins

Detailed Solution

Download Solution PDF

विकास को परिवर्तित संरचनाओं और कार्यों के उद्भव के कारण व्यक्ति में समग्र परिवर्तनों की श्रृंखला के रूप में व्याख्या की जा सकता है जो जीव और उसके परिवेश के बीच अतःक्रिया और आदान-प्रदान के परिणाम हैं।

Key Points

विकास के कुछ सिद्धांत हैं जो नीचे दिए गए हैं:

  • भिन्नरूपेण: व्यक्ति में वृद्धि और विकास की दर भिन्न होते हैं। लड़कों और लड़कियों की विकास दर अलग-अलग होती है।
    • सभी बच्चों का विकास एक विशेष क्रम से होता है। उदाहरणार्थ, गत्यात्मक विकास के मामले में सभी बच्चे पहले अपनी पीठ के बल लोटना सीखेंगे, फिर बैठना, खिसकना, चलना, दौड़ना, चढ़ना आदि सीखेंगे।
    • प्रत्येक बच्चे का विकास इन अवस्थाओं से होकर गुजरेगा। इसका अर्थ यह है कि यद्यपि विकास एक ही क्रम का अनुसरण करता है लेकिन विकास की दर में व्यक्ति-से-व्यक्ति अंतर होते हैं।
    • नतीजतन, उम्र में अंतर होता है जब बच्चे विकास के एक विशेष अवस्था तक पहुंचते हैं या एक विशेष क्षमता हासिल करते हैं।
  • निरंतरता : विकास गर्भाधान से लेकर मृत्यु तक एक निरंतर प्रक्रिया है।
    • जीवन के प्रारंभिक वर्षों में, विकास में ऐसे परिवर्तन होते हैं जिससे बच्चे के न केवल शरीर के आकार और कार्यप्रणाली में, बल्कि व्यवहार में भी परिपक्वता आती है।
    • परिपक्वता प्राप्त करने के बाद भी विकास समाप्त नहीं होता है। परिवर्तन जारी रहते हैं बाद के जीवन काल को बुढ़ापा या वृद्धावस्था कहा जाता है। ये परिवर्तन तब तक जारी रहते हैं जब तक मृत्यु जीवन चक्र को समाप्त नहीं कर देती, यह कभी नहीं रुकती है।
  • एकसमान पैटर्न का सिद्धांत:- प्रत्येक बच्चे के विकास की दर भिन्न-भिन्न हो सकती है लेकिन विकास हमेशा उम्र के अनुरूप होता है। हालाँकि, सभी मनुष्यों का विकास एकसमान पैटर्न, एकसमान अनुक्रम या दिशा का अनुसरण करता है।
  • क्रमिक रूप से : प्रत्येक प्रजाति, चाहे *पशु हो या मानव, अपने विकास के विशिष्ट पैटर्न का पालन करती है।
    • यह पैटर्न सामान्य रूप से सभी व्यक्तियों के लिए समान है। जन्मपूर्व विकास में आनुवंशिक अनुक्रम होता है, जो निश्चित अंतराल पर कुछ विशेषताओं के साथ प्रकट होता है।
    • प्रसव पूर्व और प्रसवोत्तर दोनों चरणों के दौरान विकास का दिशात्मक क्रम या तो (i) सिर से पैर तक, या (ii) शरीर के मध्य अक्ष (नाभि) से  हाथ-पैर तक हो सकता है।
  • विकास सामान्य से विशिष्ट की ओर बढ़ता है: विकास के सभी क्षेत्रों में, सामान्य गतिविधि हमेशा विशिष्ट गतिविधि से पहले होती है। उदाहरण के लिए, भ्रूण अपने पूरे शरीर को हिलाता है लेकिन विशिष्ट अनुक्रिया नहीं कर पाता है।

अतः यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि शरीर के विभिन्न अंग विभेदक विकास अर्थात् विकास की भिन्न दर के सिद्धांत पर आधारित होते हैं।

Latest MPTET Varg 2 Updates

Last updated on May 6, 2025

-> The MPTET Varg 2 Teacher Provisional Response Sheet has been released.

-> The MPTET Varg 2 Exam was conducted on 20th April 2025.

-> A total of 10,758 vacancies have been released.

-> Candidates who have a Graduation degree as a basic MP Varg 2 Teacher eligibility criteria could only apply for the applications.

-> The selected candidates will get a salary range between Rs. 25,300 to Rs. 32,800.

-> Enhance your preparation with MPTET Varg 2 Previous Year Papers.

More Growth and Development Questions

Get Free Access Now
Hot Links: teen patti rich teen patti tiger teen patti vungo lucky teen patti