Question
Download Solution PDFपियाजे महोदयस्य सिद्धान्तः यत् पर्यावरणस्य परिवर्तनाय पूर्वविचारे अन्यस्याः सूचनायाः प्रवेशः कर्त्तव्यः कथ्यते -
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFप्रश्न का अनुवाद - पियाजे महोदय का सिद्धांत है कि पर्यावरण के परिवर्तन के लिए पहले के विचार में अन्य सूचना का प्रवेश किया जाता है, जिसे कहा जाता है-
स्पष्टीकरण - जीन पियाजे के सिद्वान्तानुसार पर्यावरण के परिवर्तन के लिए पहले के विचार में अन्य सूचना का प्रवेश किया जाता है, जिसे समायोजन (समीकरण) कहा जाता है, जहाँ व्यक्ति पूर्व विचारों में नये विचारों का समावेश/समायोजन करता है।
Important Points
जीन पियाजे पहले मनोवैज्ञानिक थे, जिन्होंने संज्ञानात्मक विकास का व्यवस्थित अध्ययन किया।
पियाजे के संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत के अनुसार:
- संज्ञानात्मक विकास, विकास के विभिन्न चरणों में विभिन्न दरों पर होता है।
- बच्चे और पर्यावरण के बीच परस्पर क्रिया के माध्यम से संज्ञान विकसित होता है।
- पियाजे का सिद्धांत न केवल यह समझने पर केंद्रित है कि बच्चे कैसे ज्ञान प्राप्त करते हैं बल्कि बच्चे की बुद्धि की प्रकृति को भी समझते हैं।
- यह स्पष्ट हो जाता है कि बच्चे और पर्यावरण के बीच परस्पर क्रिया से संज्ञान विकसित होता है।
- यह सिद्धांत पियाजे के संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत में परिलक्षित होता है।
- एक साहित्यिक जानकारी में दूसरी जानकारी जोड़ी जाये, अर्थात् दोनों जानकारी को एकत्रित किया जाये, तो उस अवस्था को समायोजन (समीकरण) कहते हैं। जिसमें पहली जानकारी के अनुसार दूसरी जुड़ जाती है। अर्थात् दोनों का समीकरण किया जाता है। जिससे अधिक ज्ञान की वृद्धि होती है।
अतः कहा जा सकता है कि जीन पियाजे के सिद्वान्तानुसार पर्यावरण के परिवर्तन के लिए पहले के विचार में अन्य सूचना का प्रवेश किया जाता है, जिसे समायोजन (समीकरण) कहा जाता है।
Last updated on Apr 30, 2025
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