वाक्य के अंग MCQ Quiz in मल्याळम - Objective Question with Answer for वाक्य के अंग - സൗജന്യ PDF ഡൗൺലോഡ് ചെയ്യുക
Last updated on Mar 29, 2025
Latest वाक्य के अंग MCQ Objective Questions
Top वाक्य के अंग MCQ Objective Questions
वाक्य के अंग Question 1:
“राधा नाच रही है। इस वाक्य में उद्देश्य है-
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 1 Detailed Solution
राधा नाच रही है’ इस वाक्य में उद्देश्य है - राधा।
Key Points
- शब्दों का ऐसा समूह जिसका अर्थ व अभिप्राय स्पष्ट हो जाए, उसे वाक्य कहते हैं।
- वाक्य के दो मुख्य अंग होते हैं-
- उद्देश्य
- विधेय
- वाक्य के दो मुख्य अंग होते हैं-
Important Points
- उद्देश्य – जिसके बारे में कोई बात कही जाए, उसे उद्देश्य कहते हैं।
- जैसे- रजत घर गया।
- यहाँ रजत के बारे में बात कही जा रही है। अतः ये उद्देश्य हैं।
- विधेय – उद्देश्य के बारे में जो कुछ कहा जाए, उसे विधेय कहा जाता है।
- जैसे- नेहा नाच रही है।
- यहाँ नाच रही है के बारे में बात कही जा रही है। अतः ये उद्देश्य हैं।
वाक्य के अंग Question 2:
क्रिया के किस रूप को वाच्य कहते हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 2 Detailed Solution
दिए गए सभी विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 4 ‘जिसके द्वारा कर्ता, कर्म, भाव की प्रधानता का पता चलता है।’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर होंगे।
Key Points
- क्रिया के उस परिवर्तन को वाच्य कहते हैं, जिसके द्वारा इस बात का बोध होता है कि वाक्य के अन्तर्गत कर्ता, कर्म या भाव में से किसकी प्रधानता है।
Additional Information
वाच्य- क्रिया के जिस रूपांतर से यह जाना जाता है कि क्रिया का विधान कर्ता, कर्म या भाव में से किससे या किसके विषय में किया गया है, वाच्य कहलाता है। हिंदी में वाच्य तीन प्रकार के होते हैं- |
||
कर्तृवाच्य |
इस वाच्य में कर्ता के लिंग, वचन और पुरुष के अनुसार क्रिया का प्रयोग होता है। |
लड़का पुस्तक पढ़ता है। |
कर्मवाच्य |
क्रिया के उस रूपान्तर को कर्मवाच्य कहते हैं, जिससे वाक्य में कर्म की प्रधानता का बोध हो। |
उसके द्वारा पुस्तक पढ़ी गई। |
भाववाच्य |
क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है। |
मुझसे उठा नहीं जाता। |
वाक्य के अंग Question 3:
निम्नलिखित वाक्य में विधेय का सही विकल्प पहचानिए I
लेखक के आँगन में अनेक पक्षियों के घोंसले थे I
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 3 Detailed Solution
- वाक्य में क्रिया के संबंध में जो कुछ भी कहा जाता है उसे विधेय कहते हैं।
- इस वाक्य में लेखक के आँगन उद्देश्य है।
- जैसे - पक्षी आकाश में उड़ रहे हैं ।
Important Points
- वाक्य-
- वर्णों के सार्थक समूह को ही शब्द कहते हैं । शब्दों के सार्थक समूह को वाक्य कहा जाता है।
- वाक्य के मुख्य रूप से दो अंग होते हैं -
- उद्देश्य- किसी भी वाक्य में कर्त्ता ही उद्देश्य होता है अर्थात वाक्य में जिसके संबंध में कहा जाता है उसे उद्देश्य कहते हैं।
- जैसे राम घर जाता है।
- यहां पर केवल राम ही उद्देश्य है।
- विधेय-वाक्य में क्रिया के संबंध में जो कुछ भी कहा जाता है उसे विधेय कहते हैं।
- जैसे - पक्षी आकाश में उड़ रहे हैं ।
- यहाँ आकाश में उड़ना विधेय है |
वाक्य के अंग Question 4:
जैसे ही सूर्योदय हुआ, फूल खिल उठे। (सरल वाक्य में परिवर्तित कीजिए।)
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 4 Detailed Solution
वाक्य जैसे ही सूर्योदय हुआ, फूल खिल उठे का सरल वाक्य मे परिवर्तित रूप का सही विकल्प सूर्योदय होने पर फूल खिल उठे होगा।
- सरल वाक्य - ऐसे वाक्य जिसमे एक क्रिया और एक ही कर्ता होता है उसे सरल वाक्य या साधारण वाक्य कहते है।
Key Pointsअन्य विकल्पों का विश्लेषण -
- जैसे ही सूर्योदय हुआ वैसे ही फूल खिल उठे - मिश्रित वाक्य।
- जब सूर्योदय हुआ तब फूल खिल उठे - मिश्रित वाक्य।
Additional Informationरचना के आधार पर वाक्य तीन प्रकार के होते है -
वाक्य | परिभाषा | उदाहरण |
सरल वाक्य | ऐसे वाक्य जिसमे एक क्रिया और एक ही कर्ता होता है उसे सरल वाक्य या साधारण वाक्य कहते है। | सूर्योदय होने पर फूल खिल उठे। |
संयुक्त वाक्य | ऐसा वाक्य जिसमे दो वाक्य किसी सयोजक शब्द द्वारा जुड़े हुए हो ऐसे वाक्य को संयुक्त वाक्य कहते है। | सूर्योदय हुआ और फूल खिल उठे। |
मिश्रित वाक्य | जिन वाक्यों में एक मुख्य उपवाक्य हो और अन्य गौण उपवाक्य हों, मिश्रित वाक्य कहलाते है। | जैसे ही सूर्योदय हुआ वैसे ही फूल खिल उठे। |
वाक्य के अंग Question 5:
'मुझे विश्वास है कि उन्हें किसी अन्य बंदी से नहीं मिलने दिया जाता था।' उक्त वाक्य है
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 5 Detailed Solution
सरल वाक्य |
ऐसे वाक्य जिनमें एक ही क्रिया एवं एक ही कर्ता होता है या जिस वाक्य में एक ही उद्देश्य एवं एक ही विधेय होता है, वे वाक्य सरल वाक्य कहलाते हैं। इसमें कर्ता एक से अधिक हो सकते हैं लेकिन मुख्य क्रिया एक ही होगी। |
मैं वहाँ नहीं गया। |
मिश्र वाक्य |
जिस वाक्य में एक से अधिक वाक्य मिले हों, किन्तु एक प्रधान उपवाक्य तथा शेष आश्रित उपवाक्य हों, मिश्रित वाक्य कहलाता है। |
मैं खाना खा चुका, तब वह आया। |
संयुक्त वाक्य |
जिस वाक्य में दो या दो से अधिक उपवाक्य मिले हों, परन्तु सभी वाक्य प्रधान हो तो ऐसे वाक्य को संयुक्त वाक्य कहते है। |
मैंने खाना खाया और घूमने निकल गया। |
वाक्य के अंग Question 6:
सुबह से शाम तक वह बैठा रहा। रेखांकित शब्द में कौनसा पदबंध है ?
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 6 Detailed Solution
रेखांकित पदों में-2) अव्यय पदबंध है।
Confusion Points
- क्रियाविशेषण या अव्यय पदबंध- वह पदबंध जो वाक्य में अव्यय का कार्य करे, अव्यय पदबंध कहलाता है।
- दूसरे शब्दों में- जब कई पद मिलकर क्रियाविशेषण पद का कार्य करते हैं, तो उसे क्रियाविशेषण या अव्यय पदबंध कहा जाता हैं।
- इस पदबंध का अंतिम शब्द अव्यय होता है। उदाहरण के लिए निम्नलिखित वाक्य देखिए-
- अपने सामान के साथ वह चला गया।
- सुबह से शाम तक वह बैठा रहा।
- इन वाक्यों में काला छपे शब्द अव्यय पदबंध हैं।
Key Points
- सुबह से शाम अव्यय है।
- वाक्य में प्रयुक्त शब्द पद कहलाता है।
- जब दो या अधिक (शब्द) पद नियत क्रम और निश्र्चित अर्थ में किसी पद का कार्य करते हैं तो उन्हें पदबंध कहते हैं।
- पदबंध के पाँच प्रकार होते हैं-
- संज्ञा पदबंध
- विशेषण पदबंध
- सर्वनाम पदबंध
- क्रिया पदबंध
- क्रियाविशेषण
Important Points
- वह पदबंध जो वाक्य में अव्यय का कार्य करे,अव्यय पदबंध कहलाता है।
- इस पदबंध का शब्द अव्यय होता है।
- अपने सामान के साथ वह चला गया।
वाक्य के अंग Question 7:
निम्नलिखित वाक्य में विधेय का सही विकल्प पहचानिए।
महात्मा गाँधी हमारे प्रिय नेता थे।
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 7 Detailed Solution
सही उत्तर है - हमारे प्रिय नेता थे
- उद्देश्य - वाक्य के उस खंड को, जिसके बारे में कुछ कहा जाता है, उद्देश्य कहते हैं। जैसे.. राजेश खेल रहा है । इस वाक्य में राजेश 'उद्देश्य' है ।
- विधेय- उद्देश के विषय में जो कहा जाए उसे विधेय कहते हैं। जैसे.. राजेश खेल रहा है । इस वाक्य में राजेश 'उद्देश्य' है, और खेल रहा है, 'विधेय' है।
Key Points
- जब किसी पंक्ति में किसी व्यक्ति विशेष या कर्ता के संपर्क में कुछ कहा जाता है तो वह उद्देश्य होता है। वाक्य में कर्ता जो भी कार्य करता है वह विधेय कहलाता है।
- जैसे - बिल्ली धूप में सो रही है ।" धूप में सोने वाला खंड विधेय है; यह तय कर रहा है कि बिल्ली क्या कर रही है।
Additional Informationवाक्य- दो या दो से अधिक सार्थक शब्द मिलकर वाक्य बनाते है -
- एक वाक्य में दो मुख्य भाग होते हैं-
- उद्देश्य और विधेय
वाक्य के अंग Question 8:
निम्नलिखित में से कौन-सा असंगत है ?
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 8 Detailed Solution
असंगत है- तुमने तो बहुत अच्छा काम किया - प्रश्नार्थक
- संगत- शाबाश! तुमने तो बहुत अच्छा काम किया (विस्मयादिबोधक वाक्य)
विस्मयादिबोधक वाक्य-
- ऐसे वाक्य जिनमे हमें आश्चर्य, शोक, घृणा, अत्यधिक ख़ुशी, स्तब्धता आदि भावों का बोध हो, ऐसे वाक्य विस्मयादिबोधक वाक्य कहलाते हैं।
- इन वाक्यों में जो शब्द विस्मय के होते हैं उनके पीछे (!) विस्मयसूचक चिन्ह लगता है।
उदाहरण-
- अरे ! तुम कब आये।
- हे भगवान ! ऐसा मेरे साथ ही क्यों होता है।
Key Points
- राजा नगर में आए - विधानार्थक
- जो काम तुम्हें दिया गया है उसे देखो - आज्ञार्थक
- मोहन घर नहीं आया - निषेधवाचक
Important Points
प्रश्नार्थक:-
उदाहरण-
विधानार्थक:-
उदाहरण-
आज्ञार्थक:-
उदाहरण-
निषेधवाचक:-
उदाहरण-
|
वाक्य के अंग Question 9:
'तेंदुलकर ने एक ओवर में पाँच छक्के लगाए', इस वाक्य में उद्देश्य है-
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 9 Detailed Solution
'तेंदुलकर ने एक ओवर में पाँच छक्के लगाए', इस वाक्य में उद्देश्य है- तेंदुलकर
- इस वाक्य में 'तेंदुलकर' उद्देश्य तथा 'एक ओवर में पाँच छक्के लगाए' - विधेय है।
Key Pointsवाक्य के दो अंग होते हैं-
- उद्देश्य
- विधेय
Important Pointsउद्देश्य:-
- जिसके बारे में बात की जाये तथा काम करने वाला (subject) ही वाक्य में उद्देश्य कहलाता है।
उदाहरण-
- राम ने रावण को मारा।
विधेय:-
- उद्देश्य अथवा काम करने वाले के बारे में वाक्य में जो कुछ भी बोला या कहा जाता है, उसे विधेय कहा जाता है।
उदाहरण-
- राम ने रावण को मारा।
Additional Informationवाक्य:-
- शब्दों का वह सार्थक समूह जिससे एक विचार की स्पष्ट एवं पूर्ण अभिव्यक्ति होती हो उसे वाक्य कहते हैं।
- एक सामान्य वाक्य में कर्ता, कर्म और क्रिया होते है।
वाक्य के अंग Question 10:
'अब तो उससे बैठा भी नहीं जाता।' वाक्य है -
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 10 Detailed Solution
सही उत्तर 'भाववाच्य' है।
- 'अब तो उससे बैठा भी नहीं जाता।' भाववाच्य वाक्य है।
- इसमें कर्ता या कर्म की प्रधानता न होकर भाव की प्रधानता है।
- भाववाच्य की परिभाषा - क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की, बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है।
- उदाहरण -मुझसे उठा नहीं जाता। मुझसे सोया नही जाता।
- उक्त वाक्यों में कर्ता या कर्म प्रधान न होकर भाव मुख्य हैं अतः इनकी क्रियाएँ भाववाच्य का उदाहरण हैं।
Key Points
अन्य विकल्पों का विश्लेषण
वाच्य |
||
क्रिया के उस परिवर्तन को वाच्य कहते हैं, जिसके द्वारा इस बात का बोध होता है कि वाक्य के अन्तर्गत कर्ता, कर्म या भाव में से किसकी प्रधानता है। |
||
प्रयोगों के अनुसार वाच्य के तीन भेद हैं- |
||
वाच्य |
परिभाषा |
उदाहरण |
कर्तृवाच्य |
क्रिया के जिस रूप में कर्ता प्रधान हो, उसे कर्तृवाच्य कहते हैं। |
रमेश केला खाता है। |
कर्मवाच्य |
क्रिया के जिस रूप में कर्म प्रधान हो, उसे कर्मवाच्य कहते हैं। |
कवियों द्वारा कविताएँ लिखी गई। |
भाववाच्य |
क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की, बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है। |
मोहन से टहला भी नहीं जाता। |
- इच्छा बोधक : इच्छा बोधक वाक्य अर्थात वह वाक्य जिसमें किसी बात या कार्य की कामना की गयी हो।
- उदाहरण: ईश्वर आपकी यात्रा सफल करे।