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Download Solution PDF'आल्ह खण्ड' का संबंध किस रासो-ग्रन्थ से है ?
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MPPSC Assistant Prof 2025 (Hindi) Official Paper-II (Held On: 01 Jun, 2025)
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Option 3 : परमाल रासो
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MPPSC Assistant Professor UT 1: MP History, Culture and Literature
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Detailed Solution
Download Solution PDF'आल्ह खण्ड' का संबंध परमाल रासो-ग्रन्थ से है।
Key Pointsजगनिक-
- आदिकाल में रासो परंपरा के कवि है।
- रचना-परमाल रासो
- समय-13 वीं शती
- काव्य रूप-वीरगीत
- विषय-महोबा के राजा परमाल देव के दो वीरों आल्हा और ऊदल की वीरता का वर्णन है।
- परमाल रासो को 'आल्हा खंड' के नाम से भी जाना जाता है।
- यह गीत मुख्यतः बैसवाड़ा में गायें जाते है।
Important Pointsदलपत विजय -
- रचनाकार- खुमान रासो
- रचनाकाल- 9 वीं शती
- काव्य रूप- प्रबंध काव्य
- विषय-
- चित्तौड़ नरेश खुमाण की वीरता का वर्णन मिलता है।
- मेवाड़ के परवर्ती शासकों(महाराणा प्रताप सिंह, राज सिंह) का भी वर्णन है।
- यह 5000 छंदों का विशाल ग्रंथ है।
पृथ्वीराज रासो-
- रचनाकार-
- चंदबरदाई
- काव्य रूप-
- प्रबंध
- रचनाकाल-12वीं शती
- सर्ग-
- 69 समय(खंड)
- छंद-
- 68 प्रकार के छंदों का प्रयोग किया गया हैं।
- विषय-
- पृथ्वीराज चौहान के शौर्य और वीरता के अलावा,संयोगिता के साथ उनकी प्रेम-कहानी का भी सुंदर वर्णन किया गया है।
- इसका 'कयमास' नामक खंड बहुत प्रसिद्ध है।
- रामचन्द्र शुक्ल-
- "ये हिंदी के प्रथम महाकवि माने जाते हैं और इनका 'पृथ्वीराज रासो' हिंदी का प्रथम महाकाव्य है।"
- बच्चन सिंह-
- "यह एक राजनीतिक महाकाव्य है,दूसरे शब्दों में राजनीति की महाकाव्यात्मक त्रासदी है।"
जोधराज-
- जोधराज वीर-रस के उत्कृष्ट कोटि के कवि थे तथा इन्हें काव्य-कला और ज्योतिष-शास्त्र का पूर्ण ज्ञान था।
- इनकी रचना पर पौराणिक आख्यानों, 'पृथ्वीराजरासो' तथा 'रामचरितमानस' का पर्याप्त प्रभाव पड़ा है।
- इन्होंने अपने आश्रयदाता की आज्ञा से हम्मीर रासो लिखा था।
- हम्मीररासो' में 969 छन्द हैं।
- हम्मीर रासो मे रणथम्भौर के राव हम्मीर और अलाउद्दीन के युद्ध का विस्तारपूर्वक चित्रण किया गया है।
Last updated on Jul 7, 2025
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