Question
Download Solution PDFअलीमहोदयः पतिपत्न्योः दैनिकवृत्तं आधृत्य एक ध्वन्यंशं संचालयति। तत्पश्चात् सः छात्रैः श्रुतं ध्वन्यंशं आधृत्य सत्यम् असत्यम् इति विभज्य एक कार्यपत्रकं छात्रान् प्रददाति। एतद्द्वारा अली महोदयः छात्राणां ...........कौशलं दृढयति।
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFप्रश्नानुवाद - अली महोदय पति-पत्नी के दैनिक वृत्त को आधार मानकर एक ध्वनि के अंश को संचालित करता है। उसके बाद वह छात्रों द्वारा सुने गये ध्वनि अंश को आधार मानकर सत्य असत्य इस तरह विभाजित करके एक कार्यपत्रक छात्रों को देता है। इसके द्वारा अली महोदय छात्रों के ................. कौशल को दृढ़ित करता है।
स्पष्टीकरण - उपरोक्त प्रश्न के सन्दर्भ में अली महोदय छात्रों के श्रवण कौशल को दृढ़/विकसित करता है। जहाँ छात्र पहले सुनकर किसी विषय को ग्रहण करते हैं, फिर सुनी हुयी ध्वनि के आधार पर एक कार्यपत्रक को पूरा करते हैं, जो उनके श्रवण कौशल से सम्बद्ध है। साथ ही शिक्षक द्वारा छात्रों के श्रवण कौशल का आकलन भी किया जाता है।
- भाषा कौशल अभिव्यक्ति और भावों को ग्रहण करने के साधन है, जिसमें श्रवण, सम्भाषण, पठन और लेखन इन चार कौशलों का अंतर्भाव होता है।
- किसी का वाचन सुनने और सुनकर अर्थ एवं भाव को समझने की क्रिया श्रवण कौशल कहलाती है।
- श्रवण कौशल यह अन्य सभी भाषा कौशलों का मुख्य आधार है क्योंकि श्रवण कौशल यह एक ग्रहणात्मक कौशल है और साथ ही साथ जन्म के बाद बच्चे की भाषा कौशलों का प्रारंभ श्रवण कौशल से होता है।
- बच्चा भाषा को सुनता है और भाषा की ध्वनियाँ बच्चे की मस्तिष्क पर अंकित होते हैं।
- भाषा कौशलों में श्रवण और पठन कौशल यह ग्रहणात्मक कौशल है तथा भाषण और लेखन कौशल यह अभिव्यक्तात्मक कौशल है।
- इसमें बालक सर्वप्रथम अच्छे से श्रवण कर ध्वनियों को जानता है, इसीलिए धीरे धीरे सीखकर वह लिखित भाषा का पठन कर पाता है। श्रवण अथवा पठन इन कौशलों से भाषा को ग्रहण किए बिना भाषण और लेखन द्वारा भाषा को अभिव्यक्त नहीं किया जा सकता।
Important Points
श्रवण कौशल के उद्देश्य →
- दूसरों की बात को ध्यानपूर्वक एवं धैर्यपूर्वक सुनना।
- श्रुत सामग्री का अर्थ समझने की योग्यता विकसित करना।
- दूसरों द्वारा किए गए उच्चारण को सुनकर शुद्ध उच्चारण करना, स्वराघात, बलाघात व स्वर के उतार-चढ़ाव के अनुसार उच्चारण पर ध्यान रखना।
- किसी विषय को सुनकर उस विषय पर अपनी उचित प्रक्रिया प्रदान करना।
- ध्वनियों के सूक्ष्म अंतर का समझना।
- छात्रों के शब्द भण्डार में वृद्धि करना।
- वक्ता के मनोभावों को समझना और उसके विचारों का मूल्यांकन करना।
- समाज, व्यवहार, जीवन सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करना।
- श्रुत सामग्री का सारांश ग्रहण करने की योग्यता विकसित करना।
अतः कहा जा सकता है कि उपरोक्त प्रश्न के सन्दर्भ में अली महोदय छात्रों के श्रवण कौशल को दृढ़/विकसित करता है। (अन्य विकल्प यहाँ असंगत हैं।)
Last updated on Apr 30, 2025
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