Question
Download Solution PDFप्राथमिक स्तर के बच्चों के लिए कहानियों का चयन करते समय सबसे कम महत्वपूर्ण बिंदु है-
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFकहानी, हिन्दी में गद्य लेखन की एक विधा है। मनुष्य के जन्म के साथ ही साथ कहानी का भी जन्म हुआ और कहानी कहना तथा सुनना मानव का आदिम स्वभाव बन गया। इसी कारण से प्रत्येक सभ्य तथा असभ्य समाज में कहानियाँ पाई जाती हैं। हमारे देश में कहानियों की बड़ी लंबी और सम्पन्न परंपरा रही है।
Important Points
- कहानी शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया का प्रभावी उपकरण है जो शिक्षार्थी के पठन विकल्पों को व्यापक बनाता है।
- भाषा की कक्षा में कहानी सुनाने का मुख्य उद्देश्य होता है बच्चों की कल्पना शक्ति का विकास करना है।
- यह प्राथमिक स्तर पर शिक्षण की एक विधि के रूप में प्रभावी रूप से उपयोग किया जाता है और शिक्षार्थियों को एक प्रासंगिक शिक्षण वातावरण प्रदान करता है।
- यह दुनिया की प्रकृति की कल्पना और अन्वेषण करने की क्षमता को बढ़ावा देता है।
- यह उन्हें अपने स्वयं के अनुभवों के आधार पर अर्थ का निर्माण करने में सक्षम बनाता है।
Key Points
कहानियों का चयन करते समय निम्न महत्वपूर्ण बिंदु पर ध्यान देना चाहिए -
- चित्रात्मक प्रस्तुति को पर्याप्त स्थान प्राप्त हो।
- चयनित पाठों के विषय रुचिकर हों।
- पाठ के विषय वस्तु (कलेवर) और जीवन के विषयों में तालमेल हो।
- भाषा सरल हो और वर्णन की शैली चित्रात्मक हो।
- बच्चों के अनुभव-संसार से मिलती-जुलती हों।
- कहानी बच्चों के मानसिक एवं बौद्धिक स्तर के अनुसार हो।
- बच्चों के समाज-सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य से जुड़ने वाली हों।
- काल्पनिक दुनिया की सैर कराने वाली हों।
- शिक्षाप्रद, सरस और सरल हों।
- नैतिक मूल्यों को विकसित करने वाली तथा मजेदार हो।
अतः निष्कर्ष निकलता है कि प्राथमिक स्तर के बच्चों के लिए कहानियों का चयन करते समय सबसे कम महत्वपूर्ण बिंदु है- कहानी की लंबाई व विस्तार।
Additional Information
- कलेवर का अर्थ विषय वस्तु होता है।
Last updated on Apr 30, 2025
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