Question
Download Solution PDFOCB में तेल का मुख्य उद्देश्य क्या है?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर 'विकल्प 3' है।
हल:
तेल परिपथ वियोजक में तेल का उपयोग आर्क विलोपन के लिए पारद्युतिक या अवरोधी माध्यम के रूप में किया जाता है। तेल परिपथ वियोजक में वियोजक के संपर्क को अवरोधी तेल में अलग किया जाता है।
आर्क शमन के रूप में तेल का लाभ:
- तेल में उच्च पारद्युतिक दृढ़ता होती है और यह संपर्कों के बीच अवरोधन प्रदान करता है जिसके बाद आर्क बुझ जाता है।
- तेल चालकों और प्रत्येक भूमि घटकों के बीच एक छोटी निकासी प्रदान करता है।
- हाइड्रोजन गैस उस टंकी में निर्मित होती है जिसमें उच्च विसरण दर और अच्छी शीतलन गुण होता है।
Additional Informationपरिपथ वियोजक में आर्क शमन की सुविधा के लिए पारद्युतिक सामर्थ्य को निम्न विधियों द्वारा बढ़ाया जा सकता है।
अंतराल का दीर्घीकरण: माध्यम का पारद्युतिक सामर्थ्य संपर्कों के बीच अंतराल की लम्बाई के समानुपाती होता है। इसलिए संपर्कों को त्वरित रूप से खोलने पर माध्यम का उच्च पारद्युतिक सामर्थ्य प्राप्त किया जा सकता है।
उच्च दाब: यदि आर्क के निकटवर्ती क्षेत्र में दाब बढ़ता है, तो निर्वहन करने वाले कणों का घनत्व भी बढ़ता है। कणों का बढ़ा हुआ घनत्व विआयनीकरण की उच्चतम दर का कारण होता है और परिणामस्वरूप संपर्कों के बीच माध्यम का पारद्युतिक सामर्थ्य बढ़ता है।
शीतलन: यदि कणों को ठंडा किया जाता है, तो आयनित कणों का प्राकृतिक संयोजन अधिक त्वरित से होता है। इसलिए संपर्कों के बीच माध्यम के पारद्युतिक सामर्थ्य को आर्क के शीतलन द्वारा बढ़ाया जा सकता है।
विस्फोट प्रभाव: यदि संपर्कों के बीच आयनित कण हटाए जाते हैं और उन्हें विआयनित कणों द्वारा प्रतिस्थापित कर दिया जाता है, तो माध्यम के पारद्युतिक सामर्थ्य को अत्यधिक बढ़ाया जा सकता है। यह निर्वहन के अनुदिश निर्देशित गैस विस्फोट या संपर्क स्थान में तेल के बल पूर्वक प्रवेशन द्वारा प्राप्त किया जा सकता है।
Last updated on Mar 26, 2025
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