यह व्यापक गाइड विशेष रूप से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वालों के लिए डिज़ाइन की गई है। इसके अलावा, बैंकिंग पीओ, एसएससी, राज्य सिविल सेवा परीक्षा और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के उम्मीदवारों को भी यह फायदेमंद लगेगी।
इस गाइड में हमारा ध्यान 1892 के भारतीय परिषद अधिनियम पर है, जो आधुनिक भारतीय इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना है, और यूपीएससी परीक्षा के पाठ्यक्रम का एक अनिवार्य हिस्सा है।
भारतीय परिषद अधिनियम 1892 (bhartiya parishad adhiniyam 1892) ब्रिटिश संसद द्वारा पारित एक महत्वपूर्ण विधायी उपाय था, जिसने भारत में विधान परिषदों के आकार का विस्तार किया।
ब्रिटिश भारत में पारित कानून पर अधिक जानकारी के लिए लिंक किए गए लेख का अनुसरण करें।
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