भारत सरकार की संस्तुति पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2023 को 'अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष' घोषित किया गया है। अपने उच्च पोषण तत्वों और अनेक स्वास्थ्य लाभों के कारण बाजरा हाल ही में सुर्खियों में रहा है। अपने समृद्ध पोषण प्रोफाइल के कारण "पोषक अनाज" के रूप में जाना जाने वाला बाजरा सदियों से दुनिया भर में लाखों लोगों के लिए प्राथमिक भोजन स्रोत रहा है। हालाँकि, हाल के दिनों में इनका उत्पादन कम होता जा रहा है।
इसका मुकाबला करने के लिए, भारत सरकार द्वारा 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष (International Year of Millets in Hindi) के रूप में नामित करने का प्रस्ताव रखा गया था। इस प्रस्ताव को खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) के सदस्यों द्वारा समर्थित किया गया था और संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 75वें सत्र में इसे मंजूरी दी गई थी। 70 से अधिक देशों ने इस प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जिससे यूपीएससी परीक्षा के लिए इस विषय का महत्व उजागर हुआ।