Question
Download Solution PDF“इन कृष्णोपासक वैष्णव कवियों ने जीवन के प्रति अनुराग जगाया, या कम-से-कम जीने की चाह बनी रहने दी।”
उक्त कथन किस आलोचक का है ?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर है- आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
Key Pointsरामचन्द्र शुक्ल-
- जन्म-1884-1941 ई.
- आलोचनात्मक ग्रंथ-
- गोस्वामी तुलसीदास(1923 ई.)
- जायसी ग्रंथावली(1924 ई.)
- भ्रमरगीत सार(1925 ई.)
- हिन्दी साहित्य का इतिहास(1929 ई.) आदि।
Important Pointsहजारी प्रसाद द्विवेदी-
- जन्म- 1907 - 1979 ई.
- आलोचना ग्रंथ -
- सूर साहित्य (1930)
- हिंदी साहित्य की भूमिका (1940)
- कबीर (1942)
- हिंदी साहित्य का आदिकाल(1952)
- सहज साधना (1963)
- कालिदास की लालित्य योजना (1965)
- मध्यकालीन बोध का स्वरूप (1970) आदि।
नंद दुलारे वाजपेयी-
- जन्म-1906-1967 ई.
- आलोचनात्मक ग्रंथ-
- जयशंकर प्रसाद(1940 ई.)
- हिन्दी साहित्य:बीसवीं शताब्दी(1942 ई.)
- आधुनिक साहित्य(1950 ई.)]
- नया साहित्य:नये प्रश्न(1955 ई.)
- रस सिद्धांत(1977 ई.) आदि।
रामविलास शर्मा-
- जन्म- 1912-2000 ई.
- मुख्य रचनाएँ-
- प्रेमचन्द(1941)
- भारतेन्दु युग(1943)
- निराला(1946)
- प्रेमचन्द और उनका युग(1952)
- भारतेन्दु हरिश्चन्द्र(1953)
- प्रगतिशील साहित्य की समस्याएँ (1954)
- आचार्य रामचन्द्र शुक्ल और हिन्दी आलोचना(1955) आदि।
Last updated on Jul 7, 2025
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