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Download Solution PDF'महाकाव्य' के संबंध में असत्य कथन छाँटिए।
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDF'महाकाव्य' के संबंध में असत्य कथन है - उक्ति वैचित्य इसका प्राण तत्व होता है।
Important Pointsमहाकाव्य साहित्य की एक महत्वपूर्ण विधा है, जो विस्तृत कथानक, गहन चरित्र-चित्रण, और उच्च साहित्यिक मूल्यों के लिए जानी जाती है। यहाँ महाकाव्य के संबंध में 5 मुख्य बिन्दु दिए गए हैं-
- परिभाषा और स्वरूप:
- महाकाव्य एक विस्तृत काव्य रचना होती है, जिसमें किसी महान नायक या सामाजिक आदर्श की गाथा को काव्यात्मक रूप में प्रस्तुत किया जाता है।
- यह काव्य वीर रस या अन्य रसों (जैसे शृंगार, करुण) को समाहित करता है और समाज, धर्म, और नैतिकता के गहन प्रश्नों को उठाता है।
- उदाहरण: महाभारत और रामायण।
- प्रमुख विशेषताएँ:
- महाकाव्य में एक केंद्रीय नायक, विशाल कथानक, और विभिन्न उपकथाएँ होती हैं।
- इसमें प्रकृति वर्णन, युद्ध, प्रेम, और दार्शनिक विचारों का समावेश होता है।
- यह सामान्यतः छंदबद्ध और लंबी रचना होती है, जो पाठक को एक समग्र विश्व दर्शन प्रदान करती है।
- भारतीय महाकाव्यों का योगदान:
- भारतीय साहित्य में व्यास का महाभारत और वाल्मीकि का रामायण विश्व प्रसिद्ध महाकाव्य हैं।
- ये न केवल धार्मिक ग्रंथ हैं, बल्कि सामाजिक, नैतिक, और राजनीतिक मूल्यों का भी दर्पण हैं।
- इनके अतिरिक्त, कालिदास का रघुवंशम और माघ का शिशुपालवध भी संस्कृत साहित्य के उत्कृष्ट महाकाव्य हैं।
- आधुनिक महाकाव्य:
- आधुनिक काल में भी महाकाव्य लेखन की परंपरा जारी है।
- हिंदी में मैथिलीशरण गुप्त का साकेत और जयशंकर प्रसाद का कामायनी आधुनिक महाकाव्य के उदाहरण हैं।
- ये रचनाएँ परंपरागत ढाँचे को आधुनिक संवेदनाओं के साथ जोड़ती हैं।
- सांस्कृतिक और वैश्विक महत्व:
- महाकाव्य केवल साहित्यिक रचनाएँ नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दस्तावेज़ भी हैं।
- वैश्विक स्तर पर होमर का इलियड और ओडिसी, और वर्जिल का एनीड जैसे महाकाव्य पश्चिमी साहित्य में प्रसिद्ध हैं।
- ये रचनाएँ मानवता के साझा मूल्यों और संघर्षों को दर्शाती हैं।
Last updated on Jul 7, 2025
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