Question
Download Solution PDFसाहित्यिकपाठ्यविषयस्य पठने स्वतः शोध (heuristic) प्रणाली अस्ति-
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFप्रश्न का अनुवाद: साहित्यिक पाठ्यविषय के पठन में स्वतः शोध प्रणाली है-
ह्यूरिस्टिक विधि/स्वत: शोध प्रणाली:
- इस विधि में अध्यापक किसी विषय वस्तु की व्याख्या सीधे ढंग से नहीं करते हैं बल्कि प्रश्नों के द्वारा छात्रों को स्वयं खोजने हेतु बाध्य करता है। ह्यूरिस्टिक विधि में छात्र हमेशा सक्रिय रहते हैं तथा वह नई खोज करने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं।
- इस विधि में छात्र स्वयं करके नए तथ्य एवं गुणों को सीखते हैं। ह्यूरिस्टिक विधि में छात्रों को स्वयं सोचने का अवसर प्रदान किया जाता है।
- जहां तक संभव होता है वहां तक यह प्रणाली छात्र को खोजने वाले की स्थिति में रखती है। इसके पश्चात आगमन की वैज्ञानिक विधि का प्रयोग करके उसे अपने सिद्धांतों का परीक्षण और अपने निष्कर्षों का निर्माण करना पड़ता है।
- ह्यूरिस्टिक विधि गणित शिक्षण में सर्वाधिक उपयोगी सिद्ध होता है।
Important Points
ह्यूरिस्टिक विधि के गुण:
- समस्या समाधान के लिये घटनाओंं का विचार कर उनका पूर्व अनुमान लगाना। इससे बालक खोजपूर्ण स्थिति में कार्यरत रहता है।
- गणितीय शिक्षण में यह विधि काफी उपयोगी साबित होता है क्योंकि यह छात्रों में मनोवैज्ञानिक भावना और वैज्ञानिक दृष्टिकोण का निर्माण करती है।
- यह विधि तर्क, निर्णय, कल्पना, चिंतन आदि का उपयुक्त अवसर प्रदान करता है जिससे बालक के मानसिक विकास की प्रक्रिया में तीव्रता बनी रहती है।
- ह्यूरिस्टिक विधि छात्र को ज्ञान की खोज करने की स्थिति में रखती है।
- यह विधि छात्रों को स्वयं गणित कार्य करने हेतु प्रेरित करती है और उसमें स्वतंत्र अध्ययन और स्वाध्याय की आदत का निर्माण करती है।
Additional Informationउपर्युक्त विकल्पोंं का अनुवाद:
- समस्यायाः समाधेन घटनानां विचाराणाम् च पूर्वानुमानम् ।- समस्या समाधान के लिये घटनाओंं का विचार कर उनका पूर्व अनुमान लगाना।
- साहित्यकलेखं भिन्नप्रकारेण पुनः लेखनम् ।- साहित्य लख में भिन्न प्रकार से पुनः लेखन करना।
- कथायाः समीक्षात्मकं विश्लेषणम् ।- कथा का समीक्षात्मक विश्लेषण करना।
- कथायाः पात्राणां परस्परं विमर्शः ।- कथा के पात्रो का परस्पर विमर्श करना।
अतः यह कहां जा सकता है कि (समस्यायाः समाधेन घटनानां विचाराणाम् च पूर्वानुमानम्) अर्थात् समस्या समाधान के लिये घटनाओंं का विचार कर उनका पूर्व अनुमान लगाना। यह साहित्यिक पाठ्य विषय के पठन में स्वत: शोध प्रणाली है।
Last updated on Apr 30, 2025
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