Question
Download Solution PDF“व्याकरणं तावत् सैद्धान्तिकं तथा व्यावहारिकम्” इति वचनं भवान्/भवती कियत्पर्यन्त समर्थयति?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFप्रश्न का हिन्दी अनुवाद – ‘व्याकरण सैद्धान्तिक और व्यवहारिक होता है’ इस वचन से आप कितने सहमत है?
स्पष्टीकरण – कोई भी भाषा कुछ नियमों के अनुसार चलती है उन नियमों को व्याकरण के अन्तर्गत रखा जाता है। इस नियमबद्धता के कारण व्याकरण को सैद्धान्तिक माना जाता है। परन्तु भाषा कि इस नियमबद्धता को समझना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। जैसे जब बालक भाषा सीखता है तो समय के साथ धीरे-धीरे भाषा के नियमों को भी समझने लगता है अर्थात अप्रत्यक्ष रूप से शिक्षित, अशिक्षित सभी व्याकरण जानते और समझते है, जिस भी भाषा को वो जानते है। जैसे बालक को विद्यालय आने से पूर्व ही ज्ञात होता है की -
- बालक जाता है।
- बालिका जाती है।
इसे ही व्याकरण का व्यवहारिक पक्ष माना जाता है। इस प्रकार हमें सर्वप्रथम भाषा का ज्ञान होता है फिर व्याकरण का व्यवहारिक ज्ञान होता है अनन्तर हम व्याकरण के सैद्धांतिक पक्ष को सीखते हैं।
अतः स्पष्ट है की व्याकरण सैद्धान्तिक और व्यवहारिक होता है, इससे हम पूर्णतः सहमत हैं।
Last updated on Apr 30, 2025
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