Question
Download Solution PDF"निराशावाद के भीतर आशावाद का संदेश देना - संसार की क्षणिकता में उसके वैचित्य का इन्द्रधनुषी चित्र खींचना इन सिद्धों की कविता का गुण था ।" यह कथन किस विद्वान का है ?
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Detailed Solution
Download Solution PDF"निराशावाद के भीतर आशावाद का संदेश देना - संसार की क्षणिकता में उसके वैचित्य का इन्द्रधनुषी चित्र खींचना इन सिद्धों की कविता का गुण था ।" यह कथन विद्वान का है - डॉ. रामकुमार वर्मा
Key Pointsडॉ. रामकुमार वर्मा-
- (15 सितम्बर, 1905 - 1990)
- हिन्दी के सुप्रसिद्ध साहित्यकार, व्यंग्यकार और हास्य कवि के रूप में जाने जाते हैं।
- उन्हें साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में सन १९६३ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
- इनके काव्य में 'रहस्यवाद' और 'छायावाद' की झलक है।
- कृतियाँ-
- वीर हमीर (काव्य ; सन 1922 ई.)
- चित्तौड़ की चिन्ता (काव्य सन् 1929 ई.)
- साहित्य समालोचना (सन 1929 ई.)
- अंजलि (काव्य ; सन 1930 ई.)
- अभिशाप (कविता ; सन 1931 ई.)
- हिन्दी गीतिकाव्य (संग्रह ; सन 1931 ई.)
- निशीथ (कविता ; सन 1935 ई.)
- चित्ररेखा (कविता ; सन 1936 ई.)
Additional Informationआचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी-
- (19 अगस्त 1907 - 19 मई 1979)
- हिन्दी निबन्धकार, आलोचक और उपन्यासकार थे।
- वे हिंदी, अंग्रेज़ी, संस्कृत और बाङ्ला भाषाओं के विद्वान थे।
- आलोचनात्मक -
- सूर साहित्य (1936)
- हिन्दी साहित्य की भूमिका (1940)
- प्राचीन भारत के कलात्मक विनोद (1952)
- नाथ संप्रदाय (1950)
- हिन्दी साहित्य का आदिकाल (1952)
- आधुनिक हिन्दी साहित्य पर विचार (1949)
- साहित्य का मर्म (1949) आदि।
डॉ. गणपति चन्द्र गुप्त-
- (15 जुलाई, सन् 1928 ई.)
- हिंदी के प्रखर आलोचक हैं।
- रचनाएँ :-
- साहित्य-विज्ञान
- हिन्दी साहित्य का वैज्ञानिक इतिहास
- रस-सिद्धान्त का पुनर्विवेचन
- साहित्यिक निबन्ध
- हिन्दी-काव्य में शृंगार-परम्परा
- महाकवि बिहारी आदि।
डॉ. नगेन्द्र -
- (9 मार्च 1915 - 27 अक्टूबर 1999)
- हिन्दी के प्रमुख आधुनिक आलोचकों में थे।
- वे एक सुलझे हुए विचारक और गहरे विश्लेषक थे।
- आलोचनात्मक कृतियाँ -
- 'सुमित्रानंदन पंत'(1938ई.),
- 'साकेत- एक अध्ययन'(1939ई.)
- 'आधुनिक हिंदी नाटक'(1940ई.)।
- निबंध संग्रह -
- विचार और अनुभूति (1949ई.),
- आधुनिक हिन्दी कविता की प्रमुख प्रवृत्तियाँ(1951ई.),
- विचार विश्लेषण (1955ई.),
- विचार और विवेचन(1959ई०),
- अनुसन्धान और आलोचना(1961ई.),
- आस्था के चरण(1968ई.)
- आलोचक की आस्था(1966ई.) ।
Last updated on Jul 7, 2025
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