चन्द्रबदन शब्द में समास है?

This question was previously asked in
UP Junior Aided Teacher (UPJASE) 2021 (Hindi/English/Sanskrit) Official Paper
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  1. बहुव्रीहि
  2. कर्मधारय
  3. द्वन्द
  4. तत्पुरुष

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : कर्मधारय
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SUPER TET Full Test 1
150 Qs. 150 Marks 150 Mins

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चन्द्रबदन में कर्मधारय समास है 

  • समास विग्रह: चन्द्र है बदन पर जिसके

Key Points

  • कर्मधारय समास के उदाहरण –
    • विशेषण विशेष्य कर्मधारय समास के उदाहरण नीचे दिये गए हैं। विद्यार्थियों को इनका लिख लिख कर अभ्यास करना चाहिए।\
      • समास (समस्त पद) – समास-विग्रह
        • कृष्णसर्प – काला सर्प
        • महापुरुष – महान है जो पुरुष
        • महावीर – महान वीर
        • अधमरा – आधा है जो मरा
        • महाकवि – महान कवि
        • महापुरुष – महान है जो पुरुष
        • अधमरा – आधा है जो मरा
        • नवयुवक – नव है जो युवक
Important Points
  • बहुब्रीहि समास के उदाहरण –
  • समानाधिकरण बहुब्रीहि समास के उदाहरण नीचे दिये गए हैं। विद्यार्थियों को इनका लिख लिख कर अभ्यास करना चाहिए।
  • समास (समस्त पद) – समास-विग्रह
    • लम्बोदर – लम्बा है उदर जिसका अर्थात् गणेश
    • एकदंत – एक है दाँत जिसके अर्थात् गणेश
    • खगेश – खगों का ईश है जो अर्थात् गरूण
    • चन्द्रभाल – चन्द्रमा है माथे पर जिसके अर्थात् शंकर
    • जलज – जल में जन्म लेने वाला
    • नेकनाम – नेक है नाम जिसका
    • मुरारि – वह जो मुर राक्षस का शत्रु है अर्थात् कृष्ण
    • वज्रदेह – वज्र है देह जिसकी (दुर्योधन)
    • सुलोचना – सुन्दर है लोचन जिसका अर्थात् मेघनाथ की पत्नी
    • सहस्रकर – सहस्र है कर जिसके

Additional Information

समास परिभाषा उदहारण
द्वन्द समास जिस समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं दोंनों पदों को मिलाते समय और अथवा या एवं आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है।
द्विगु समास
पाप- पूर्णया एवम अपना -पराया
तत्पुरुष समास जिस समास में उत्तरपद प्रधान होता है, अर्थात प्रथम पद गौण होता है एवं उत्तर पद की प्रधानता होता है तथा दोनों पदों के बीच का कारक चिन्ह लुप्त हो जाता है उसे तत्पुरुष समास कहते है। राजा का कुमार =राजकुमार
बहुव्रीहि समास इस समास में कोई भी पद प्रधान नहीं होता है जब दो पद मिलकर तीसरा पद बनाते है वो प्रधान होता है।इसको विद्राह करने पर वाला जो जिसका, जिसकी जिसके ,वह आदि आते है। वह बहुब्रीहि समस्या कहलाता है।  गजानन -गज का आनन है जिसका अर्थात गणेश।
त्रिनेत्र -तीन नेत्रों का समूह -शिव

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