Question
Download Solution PDFएतयोः द्वन्द्वयोः कः युग्मः संज्ञानात्मक-स्वरुपं प्रदर्शयति?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFप्रश्नानुवाद - इन दोनों कि कौनसी जोडी संज्ञानात्मक स्वरुप को प्रदर्शित करती है?
स्पष्टीकरण - संपूर्णता और विश्लेषणात्मक इन दोनों की जोडी संज्ञानात्मक स्वरुप को प्रदर्शित करती है।
एक शिक्षणविधिद्वारा अध्यापक छात्रों के संज्ञानात्मक विकास के लिए ज्ञान प्रदान करता है। इसमें संपूर्णता और विश्लेषणात्मक यह एक शिक्षणसूत्र है जो छात्रों के संज्ञानात्मक विकास के लिए उपयुक्त है। "संपूर्णता" अर्थात् "संश्लेषण" अथवा "समेकित किया हुआ" तथा "विश्लेषण" अर्थात् "किसी विधान अथवा व्यवस्थाक्रम का सूक्ष्मता के साथ परीक्षण करना"। "संश्लेषण विधि" यह अंश से पूर्ण की ओर है तथा "विश्लेषण विधि" पूर्ण से अंश की ओर है। जब एक शिक्षक यह विश्लेषण से संश्लेषण की ओर का शिक्षणसूत्र का प्रयोग करता है तब वह छात्र को विस्तृत ज्ञान के आधार पर अथवा सीमित ज्ञान के आधार पर विषयवस्तु का स्पष्टीकरण करता है। विश्लेषण छात्र को किसी बात को भली प्रकार समझने में सहायक होता है तो संश्लेषण उस बात के ज्ञान को निश्चित रूप प्रदान करता है। यथा - किसी ग्रंथ को पढाना है, तो प्रथम उस ग्रंथ का सामान्य परिचय देकर उसके विषयवस्तु के साथ - साथ ग्रंथाध्यायों को वर्णित कर, अध्यायों की विशेषताओं की जानकारी दे सकते है और अंत में सभी को पुनः समेकित करते हुए किसी अंतिम तात्पर्य अथवा निष्कर्ष पर आ सकते है।
अतः स्पष्ट होता है कि, संपूर्णता और विश्लेषणात्मक इन दोनों की जोडी संज्ञानात्मक स्वरुप को प्रदर्शित करती है।
Additional Information
अन्य विकल्प -
- कर्तरि कर्मणि प्रयोगः - संस्कृत व्याकरण का एक भाग।
- व्याख्यात्मकः शाब्दिकः - किसी संदर्भ में व्याख्यात्मक रूप से बताना अथवा शाब्दिक रूप से बताना।
- भावात्मकः।औचित्यम् धीसंपन्नः - भावात्मक अथवा औचित्य और बुद्धि से युक्त।
Last updated on Apr 30, 2025
-> The CTET 2025 Notification (July) is expected to be released anytime soon.
-> The CTET Exam Date 2025 will also be released along with the notification.
-> CTET Registration Link will be available on ctet.nic.in.
-> CTET is a national-level exam conducted by the CBSE to determine the eligibility of prospective teachers.
-> Candidates can appear for CTET Paper I for teaching posts of classes 1-5, while they can appear for CTET Paper 2 for teaching posts of classes 6-8.
-> Prepare for the exam with CTET Previous Year Papers and CTET Test Series for Papers I &II.