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अव्यय क्या है? (Avyay in hindi), हमें अव्यय क्यों सिखाया जाता है? क्या आप इन सभी सवालों का जवाब जानते हैं। अगर नहीं तो चिंता की कोई बात नहीं, क्योंकि आज हम बताएंगे कि अव्यय (Avyay in hindi) किसे कहते हैं? हिंदी में अव्यय (Avyay in hindi) हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और हिंदी व्याकरण को ठीक से समझने के लिए अव्यय (Avyay in hindi) को भी समझना आवश्यक है। हिंदी व्याकरण में संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण अपने रूप बदलते रहते हैं, लेकिन किसी भी वाक्य में अव्यय (Avyay hindi mein) हर स्थिति में अपने मूल रूप में ही रहता है, बदलता नहीं है। आज के हमारे इस लेख में अव्यय, अव्यय के भेद (Types of Avyay in hindi) और उदाहरण के बारे में विस्तार से बताया गया है।
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अव्यय के उदाहरण निम्नलिखित है :-
अव्यय के पांच भेद (Types of Avyay in hindi) होते हैं:
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क्रिया विशेषण अव्यय के भेद 4 प्रकार के होते है :-
जिन अव्यय शब्दों से कार्य के व्यापार के होने का पता चले उसे कालवाचक क्रियाविशेषण अव्यय (Kaal vachak kriya visheshan avyay) कहते हैं।
जैसे- रमेश परसों चला जायेगा।
अजय कल जयपुर जायेगा।
जिन अव्यय शब्दों से कार्य के व्यापार के होने के स्थान का पता चले, उन्हें स्थानवाचक क्रियाविशेषण अव्यय (Sthan vachak kriya visheshan avyay) कहते हैं।
जैसे- यहां, वहां,जहां,तहां, कहां आदि।
तुम्हारा घर कहाँ है।
तुम छुट्टी में घूमने कहाँ जाओगे।
जिन अव्यय शब्दों से कार्य के व्यापार के परिणाम का पता चलता है, उसे परिमाणवाचक क्रियाविशेषण अव्यय (Pariman vachak kriya visheshan avyay) कहते हैं।
जैसे- तुम थोड़ा काम बोला करो।
मुझे कम टॉफी मिली है।
जिन अव्यय शब्दों से कार्य के व्यापार की रीति या विधि का पता चलता है उन्हें रीतिवाचक क्रियाविशेषण अव्यय (Riti vachak kriya visheshan avyay) कहते हैं।
जैसे- तुम तेज दौड़ती हो।
साइकिल धीरे-धीरे चलती है।
संबंधवोधक जो शब्द किसी वाक्य में संज्ञा या सर्वनाम के बाद आता है और वाक्य में दूसरे शब्द से अपना संबंध दर्शाता है, उसे संबंधबोधक अव्यय कहते हैं। जैसे- साथ, निकट, आगे, समान, सामने, बाहर, कारण, समान, समान आदि।
समुच्चयबोधक अव्यय का अर्थ है, जो दो या दो से ज्यादा शब्दों, वाक्यांशों को आपस में जोड़ते या फिर अलग करते हैं।
जैसे- माता और पिता सो रहे हैं।
आम या केला खाओ।
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विस्मयादिवोधक अव्य्य का मतलब होता है, जिसमें शब्दों से ’शोक’, ‘आश्चर्य’, ‘भय’ जैसे भाव प्रकट हो।
जैसे- अरे ये क्या हो गया!
विस्मयादिबोधक अव्यय के भेद
विस्मयादिबोधक अव्यय के भेद निम्नलिखित है :-
निपात अव्यय का अर्थ है, जिसमें एक शब्द किसी दूसरे शब्द के बाद लगकर उसके अभाव में खासतौर पर जोर देता है।
जैसे- ही, भी, तक।
निपात अव्यय के भेद
निपात अव्यय के भेद निम्नलिखित है :-
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