निम्नांकित सूची संरक्षित क्षेत्रों को तथा जीवों के प्रमुख समूह को जिसके लिए वे मुख्यतया जानें जाते हैं, उनको सूचीबद्ध करता है:

  स्तम्भ X   स्तम्भ Y
  संरक्षित क्षेत्र   जीव
A. हेमिस राष्ट्रीय उद्यान I. आर्किड़ें 
B. राष्ट्रीय चम्बल अभयारण्य II. घडियाल
C. नोकरेक राष्ट्रीय उद्यान III. घटपर्णी
D. सेस्सा अभयारण्य IV. हिम तेंदुआ
E. वाघमारा वन्यजीव अभयारण्य V. स्थानिक सिट्स प्रजातियां

निम्नांकित कौन सा विकल्प स्तम्भ X का स्तम्भ Y के साथ सटीक मेल दर्शाता है?

This question was previously asked in
CSIR-UGC (NET) Life Science: Held on (17 Feb 2022 Shift 1)
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  1. A ‐ I, B ‐II, C ‐ III, D ‐ IV, E ‐ V
  2. A ‐ IV, B ‐II, C ‐ V, D ‐ I, E ‐ III
  3. A ‐ III, B ‐I, C ‐ V, D ‐ II, E ‐ IV
  4. A ‐ V, B ‐IV, C ‐ III, D ‐ II, E ‐ I

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : A ‐ IV, B ‐II, C ‐ V, D ‐ I, E ‐ III
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10 Qs. 20 Marks 15 Mins

Detailed Solution

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सही उत्तर A ‐ IV, B ‐ II, C ‐ V, D ‐ I, E ‐ III है।

अवधारणा:

  • जैव विविधता के संरक्षण से तात्पर्य प्राकृतिक संसाधनों (वनस्पति और जीव) की सुरक्षा, उत्थान, पुनर्स्थापन और प्रबंधन से है।
  • जैव विविधता संरक्षण के उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
    • प्रजातियों की विविधता का संरक्षण।
    • पारिस्थितिकी तंत्र और प्रजातियों का सतत उपयोग।
  • जैव विविधता संरक्षण को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है -
  1. इन-सीटू संरक्षण - प्रजातियों को उनके प्राकृतिक आवास में संरक्षित करने को जैव विविधता का इन-सीटू संरक्षण कहा जाता है। इस तकनीक का उपयोग करके प्राकृतिक पारिस्थितिकी को संरक्षित और सुरक्षित किया जाता है।
    • राष्ट्रीय उद्यान - यह सरकार द्वारा संरक्षित भूमि का एक आरक्षित क्षेत्र है जहाँ शिकार, चराई और खेती जैसी मानवीय गतिविधियाँ पूरी तरह से प्रतिबंधित हैं। उदाहरण के लिए, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, असम, पेरियार राष्ट्रीय उद्यान, केरल, आदि।
    • जैविक रिजर्व - जैव अभ्यारण्य रिजर्व संरक्षित क्षेत्र हैं जहां देशी वन्यजीव और पालतू वनस्पतियों और जानवरों को सुरक्षित रखा जाता है। यहां पर्यटन और अनुसंधान जैसी मानवीय गतिविधियों की अनुमति है।
    • वन्यजीव अभ्यारण्य - इस क्षेत्र में केवल वन्यजीवों को ही संरक्षित किया जाता है। यहां मानव गतिविधियों जैसे कि वनोन्मूलन, कृषि, जंगल और अन्य वन उत्पादों को इकट्ठा करना आदि की अनुमति है, बशर्ते कि वे संरक्षण पहलों में बाधा न डालें। यहां पर्यटन की भी अनुमति है।
  2. एक्स-सीटू संरक्षण - प्राकृतिक आवास से बाहर जैव विविधता का संरक्षण एक्स-सीटू संरक्षण कहलाता है । चिड़ियाघर, वनस्पति उद्यान, जीन बैंक, नर्सरी आदि एक्स-सीटू संरक्षण के कुछ उदाहरण हैं।

Important Points

  • हरमिस राष्ट्रीय उद्यान -
    • यह लद्दाख के उच्च ऊंचाई पर स्थित है।
    • यह हिम तेंदुओं के लिए प्रसिद्ध है तथा विश्व में हिम तेंदुओं की सबसे अधिक आबादी यहीं पर है।
  • राष्ट्रीय चम्बल अभयारण्य -
    • इसे राष्ट्रीय चम्बल घड़ियाल अभयारण्य के नाम से भी जाना जाता है।
    • यह चंबल नदी के पास स्थित है और एक त्रि-राज्य संरक्षित क्षेत्र (राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश) प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
    • यह लुप्तप्राय घड़ियाल (छोटे मगरमच्छ) के संरक्षण के लिए समर्पित है।
    • घड़ियाल के साथ-साथ यह गंगा नदी की डॉल्फिन और लाल मुकुट वाले कछुओं का भी घर है।
  • नोकरेक जैव अभ्यारण्य रिजर्व-
    • इस क्षेत्र में सदाबहार वन फैले हुए हैं।
    • निचले इलाकों में बांस के जंगल भी हैं।
    • यह रिजर्व देशी साइट्रस प्रजातियों की एक शानदार श्रृंखला का घर है, जिसमें साइट्रस इंडिका (भारतीय जंगली संतरा) भी शामिल है।
  • सेसा अभयारण्य -
    • इसे सेसा आर्किड अभयारण्य के नाम से भी जाना जाता है जो अरुणाचल प्रदेश में स्थित है और आर्किड की 200 प्रजातियों का घर है।
  • बाघमारा वन्यजीव अभयारण्य -
    • इसे बाघमारा पिचर प्लांट वन्यजीव अभयारण्य के रूप में भी जाना जाता है जो मेघालय में स्थित है और पिचर प्लांट के लिए एक संरक्षित क्षेत्र है।
    • यह स्थान लुप्तप्राय पिचर प्लांट प्रजाति नेपेन्थेस खासियाना के लिए जाना जाता है।

संशोधित तालिका:

  स्तंभ X   स्तंभ Y
  संरक्षण क्षेत्र   जीवों
A. हेमिस राष्ट्रीय उद्यान IV. हिम तेंदुआ
B. राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य II. घड़ियाल
C. नोकरेक जैव अभ्यारण्य रिजर्व V.  स्थानिक सिटर्स प्रजातियाँ
 D. सेसा अभयारण्य I. ऑर्किड
E. बाघमारा वन्यजीव अभयारण्य III. घटपर्णी

अतः, सही उत्तर A ‐ IV, B ‐ II, C ‐ V, D ‐ I, E ‐ III है।

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