नीचे दो कथन दिए गए हैं:

कथन (I): अधिक संप्रेषण का अर्थ बेहतर संप्रेषण है।

कथन (II): निकटता से संबद्ध व्यक्तियों की संप्रेषण आवश्यकताएँ नहीं होती हैं।

उपरोक्त कथन के आलोक में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त उत्तर का चयन कीजिए:

This question was previously asked in
UGC NET Paper 1: Held on 11th July 2022 Shift 1
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  1. कथन I और II दोनों सत्य हैं।
  2. कथन I और II दोनों असत्य हैं।
  3. कथन I सत्य है लेकिन कथन II असत्य है।
  4. कथन I असत्य है लेकिन कथन II सत्य है।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : कथन I और II दोनों असत्य हैं।
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UGC NET Paper 1: Held on 21st August 2024 Shift 1
50 Qs. 100 Marks 60 Mins

Detailed Solution

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Key Points

कथन (I): अधिक सम्प्रेषण का अर्थ बेहतर सम्प्रेषण है।

व्याख्या:

  • अप्रभावी सम्प्रेषण का अर्थ है कि यह संदेश प्रक्रिया में किसी बिंदु पर लुप्त हो गया है और पार्टियां समान रूप से दी गई जानकारी को नहीं समझ सकती हैं। अधिक हमेशा बेहतर नहीं होता है।
  • अधिक सम्प्रेषण का अर्थ बेहतर सम्प्रेषण नहीं होता है। यह अप्रभावी सम्प्रेषण की ओर अग्रसर होता है। अगर लोग आपकी बात नहीं सुन रहे हैं, तो आप शायद इस तरह से सम्प्रेषण नहीं कर रहे हैं जो उनका ध्यान आकर्षित करे।
  • इसे पहले से सोचने से आपका केवल थोड़ा सा समय लगेगा - और आपको बार-बार उस अवरोध पर खुद को दोहराना नहीं पड़ेगा।

अतः कथन I असत्य है। 

कथन (II): निकटता से संबद्ध व्यक्तियों की सम्प्रेषण आवश्यकतायें नहीं होती हैं।

व्याख्या:

  • रिश्तों में सम्प्रेषण महत्वपूर्ण है।
  • हमें खुलकर बात करनी चाहिए और अच्छा श्रोता बनना चाहिए। अधिकांश लोग सीख सकते हैं कि अधिक प्रभावी ढंग से कैसे सम्प्रेषण किया जाए।
  • निकट संबंधी लोगों को बेहतर और खुले सम्प्रेषण की आवश्यकता होती है। हमें गलतफहमियों से बचने के लिए स्पष्ट रूप से सम्प्रेषण करना चाहिए जिससे चोट, गुस्सा, नाराजगी या भ्रम हो सकता है।

अतः कथन II गलत है। 

इसलिए हम कह सकते हैं कि कथन I और II दोनों असत्य हैं।

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Last updated on Jul 17, 2025

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