Question
Download Solution PDFपठनम् अस्ति -
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFप्रश्न का हिंदी अनुवाद - पठन है -
स्पष्टीकरण - भाषा सीखने के चार वैज्ञानिक सोपान होते हैं - श्रवन कौशल, भाषण कौशल, पठन कौशल,लेखन कौशल।
- भाषा सीखने के क्रम में सबसे पहले भाषा का श्रवण किया जाता है, जो भाव ग्रहणात्मक कौशल होता है।
- श्रवण कौशल के बाद भाषण कौशल का विकास होता है। यह भावाभिव्यक्ति का साधन है।
- श्रवण कौशल तथा भाषण कौशल ध्वन्यात्मक कौशल होते हैं, जो बोलने या सुनने के द्वारा ही प्रयोग में लिए जाते हैं।
- पठन कौशल भाषा सीखने के क्रम में तीसरा कौशल है। यह भी भाव ग्रहणात्मक कौशल होता है।
- पठन कौशल के बाद लेखन कौशल का विकास होता है। पठन कौशल तथा लेखन कौशल लिप्यात्मक कौशल होते हैं, इनको पढ़कर या लिखकर ही प्रयोग किया जाता है।
- पठन कौशल भावग्रहणात्मक कौशल होता है। इसमें पढ़कर भाव ग्रहण किया जाता है।
- पढ़ने का अर्थ होता है कि पढ़ने के दिए गए पाठ या विषयवस्तु का अर्थ ग्रहण करना तथा उसके भावों को समझना। भाषा सीखने के सोपान में यह तीसरे क्रम का सोपान/कौशल होता है।
अतः कहा जा सकता है कि पठन दिये गये पाठ का अर्थग्रहण करना है। (अन्य विकल्पों का समावेश पाठ के अर्थग्रहण के अन्तर्गत हो जाता है।)
Last updated on Apr 30, 2025
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