Linear Independent MCQ Quiz in हिन्दी - Objective Question with Answer for Linear Independent - मुफ्त [PDF] डाउनलोड करें
Last updated on Jun 12, 2025
Latest Linear Independent MCQ Objective Questions
Linear Independent Question 1:
यदि मान लें कि मैट्रिक्स A3×3 के आइगेन मान 1, 3 और 5 हैं। A3 के आइगेन मान होंगे:
Answer (Detailed Solution Below)
Linear Independent Question 1 Detailed Solution
Linear Independent Question 2:
यदि v1, v2, …., v6, R4 में छह सदिश हैं तो निम्नलिखित में से कौन सा कथन असत्य है?
Answer (Detailed Solution Below)
Linear Independent Question 2 Detailed Solution
संकल्पना:
आधार: इसे स्थान में सदिशों के उस उपसमुच्चय के रूप में परिभाषित किया जाता है जो रैखिक रूप से स्वतंत्र होते हैं अर्थात् इसे किसी अन्य सदिशों के रैखिक संयोजन के समूह के रूप में परिभाषित नहीं किया जा सकता है।
विस्तृति: इसे स्थान के भीतर रैखिक रूप से स्वतंत्र सदिशों के रैखिक संयोजन के रूप में परिभाषित किया गया है।
R4 : यह 4 रैखिक रूप से स्वतंत्र सदिशों के स्थान को दर्शाता है।
विश्लेषण:
1) R4 से अभिप्रेत है कि 6 सदिशों में से केवल 4 रैखिक रूप से स्वतंत्र सदिश हैं। अतः यह आवश्यक नहीं है कि ये सदिश R4 में फैले हों। (सत्य कथन)
2) ये सभी सदिश रैखिकतः स्वतंत्र नहीं हैं क्योंकि 6 सदिशों में से केवल 4 रैखिकतः स्वतंत्र सदिश हैं। (सत्य कथन)
3) इन सदिशों में से कोई भी चार R4 के लिए आधार नहीं बना सकते क्योंकि केवल रैखिक रूप से स्वतंत्र सदिश R4 के लिए एक आधार बना सकते हैं। 6 सदिशों में से केवल 4 सदिश रैखिकतः स्वतंत्र हैं। तो, यह कथन गलत है। (गलत कथन)
4) यदि {v1, v3, v5, v6}, R4 में फैलते हैं इसका अर्थ है कि सदिश {v1, v3, v5, v6} रैखिक रूप से स्वतंत्र हैं क्योंकि विस्तृति रैखिक रूप से स्वतंत्र सदिशों के रैखिक संयोजन को दर्शाती है इसलिए यह R4 के लिए एक आधार बनाता है। (सत्य कथन)
Linear Independent Question 3:
निम्न आव्यूह पर विचार करें।
Answer (Detailed Solution Below)
Linear Independent Question 3 Detailed Solution
संकल्पना:
दिया गया आव्यूह एक ऊपरी त्रिकोणीय आव्यूह है।
ऊपरी/निचले/विकर्ण आव्यूह के लिए अभिलाक्षणिक मान विकर्ण तत्व होते हैं।
गणना:
विकर्ण तत्व 3, 0, 2 हैं
इसलिए अभिलाक्षणिक मान हैं
λ1 = 2
λ2 = 0
λ3 = 3
Linear Independent Question 4:
आव्यूह
P के अलग अभिलक्षणिक मानों की संख्या क्या है?
Answer (Detailed Solution Below)
Linear Independent Question 4 Detailed Solution
संकल्पना:
ऊपरी त्रिभुजाकार आव्यूह या निचली त्रिभुजाकार आव्यूह के अभिलक्षणिक मान केवल आव्यूह के विकर्ण अवयव होते हैं।
गणना:
नीचे दिए गए आव्यूह में,
विकर्ण अवयव 1, 1, और 1 हैं, इसलिए यहाँ केवल एक अलग अभिलक्षणिक मान अर्थात् λ = 1 है।
हम इसकी गणना |A - λI| = 0 लागू करके भी कर सकते हैं, जहाँ A कोई वर्ग आव्यूह है। इस स्थिति में,
|P - λI| = 0 से निम्न प्राप्त होता है
⇒ λ = 1 केवल अलग अभिलक्षणिक मान है।
महत्वपूर्ण बिंदु:
कृप्या अभिलक्षणिक मान और अभिलक्षणिक सदिश के सभी गुणों को याद रखे। सूत्र को लागू ना करे। यह अधिक समय-लेने वाला होगा।
अभिलक्षणिक मान के गुण:
- आव्यूह A के अभिलक्षणिक मानों का योग आव्यूह A के अभिलक्षणिक मान के पथ के बराबर होता है।
- आव्यूह A के अभिलक्षणिक मानों का गुणनफल आव्यूह A के अभिलक्षणिक मानों के सारणिक के बराबर होता है।
- यदि λ आव्यूह A का अभिलक्षणिक मान है, तो λn आव्यूह An का अभिलक्षणिक मान होगा।
- यदि λ आव्यूह A का अभिलक्षणिक मान है, तो kλ आव्यूह kA का अभिलक्षणिक मान होगा जहाँ k अदिश है।
Linear Independent Question 5:
आव्यूह
Answer (Detailed Solution Below)
Linear Independent Question 5 Detailed Solution
संकल्पना:
यदि A क्रम n का कोई वर्ग आव्यूह है, तो हम आव्यूह [A – λI] बना सकते हैं, जहाँ I, nवां क्रम इकाई आव्यूह है। इस आव्यूह का निर्धारक शून्य के बराबर है अर्थात |A – λI| = 0 को A का अभिलक्षणिक समीकरण कहते हैं।
अभिलक्षणिक समीकरण के मूल अभिलक्षणिक मान(आइगेन मान) या अव्यक्त मूल या आव्यूह A के अभिलक्षणिक मूल कहलाते हैं।
अभिलक्षणिक मानों(आइगेन मानों) के गुण:
एक आव्यूह A के अभिलक्षणिक मानों का योग उस आव्यूह A के अनुरेख के बराबर होता है
एक आव्यूह A के अभिलक्षणिक मानों का गुणनफल उस आव्यूह A के निर्धारक के बराबर होता है
गणना:
माना
|A – λI| = 0
⇒ (3 – λ) [ (2 – λ) (-2 – λ) – (-3)] = 0
⇒ (3 – λ) [-4 – 2 λ + 2 λ + λ2 + 3] = 0
⇒ (3 – λ) [λ2 – 1] = 0
⇒ λ = 3, 1, –1
दिए गए आव्यूह के अभिलक्षणिक मान = 3, 1, -1
वैकल्पिक विधि:
दिए गए आव्यूह के अभिलक्षणिक मानों का योग = अनुरेख = 3 + 2 - 2 = 3
विकल्पों में से -1, 1 और 3 सही है।Top Linear Independent MCQ Objective Questions
यदि v1, v2, …., v6, R4 में छह सदिश हैं तो निम्नलिखित में से कौन सा कथन असत्य है?
Answer (Detailed Solution Below)
Linear Independent Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDFसंकल्पना:
आधार: इसे स्थान में सदिशों के उस उपसमुच्चय के रूप में परिभाषित किया जाता है जो रैखिक रूप से स्वतंत्र होते हैं अर्थात् इसे किसी अन्य सदिशों के रैखिक संयोजन के समूह के रूप में परिभाषित नहीं किया जा सकता है।
विस्तृति: इसे स्थान के भीतर रैखिक रूप से स्वतंत्र सदिशों के रैखिक संयोजन के रूप में परिभाषित किया गया है।
R4 : यह 4 रैखिक रूप से स्वतंत्र सदिशों के स्थान को दर्शाता है।
विश्लेषण:
1) R4 से अभिप्रेत है कि 6 सदिशों में से केवल 4 रैखिक रूप से स्वतंत्र सदिश हैं। अतः यह आवश्यक नहीं है कि ये सदिश R4 में फैले हों। (सत्य कथन)
2) ये सभी सदिश रैखिकतः स्वतंत्र नहीं हैं क्योंकि 6 सदिशों में से केवल 4 रैखिकतः स्वतंत्र सदिश हैं। (सत्य कथन)
3) इन सदिशों में से कोई भी चार R4 के लिए आधार नहीं बना सकते क्योंकि केवल रैखिक रूप से स्वतंत्र सदिश R4 के लिए एक आधार बना सकते हैं। 6 सदिशों में से केवल 4 सदिश रैखिकतः स्वतंत्र हैं। तो, यह कथन गलत है। (गलत कथन)
4) यदि {v1, v3, v5, v6}, R4 में फैलते हैं इसका अर्थ है कि सदिश {v1, v3, v5, v6} रैखिक रूप से स्वतंत्र हैं क्योंकि विस्तृति रैखिक रूप से स्वतंत्र सदिशों के रैखिक संयोजन को दर्शाती है इसलिए यह R4 के लिए एक आधार बनाता है। (सत्य कथन)
आव्यूह
P के अलग अभिलक्षणिक मानों की संख्या क्या है?
Answer (Detailed Solution Below)
Linear Independent Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDFसंकल्पना:
ऊपरी त्रिभुजाकार आव्यूह या निचली त्रिभुजाकार आव्यूह के अभिलक्षणिक मान केवल आव्यूह के विकर्ण अवयव होते हैं।
गणना:
नीचे दिए गए आव्यूह में,
विकर्ण अवयव 1, 1, और 1 हैं, इसलिए यहाँ केवल एक अलग अभिलक्षणिक मान अर्थात् λ = 1 है।
हम इसकी गणना |A - λI| = 0 लागू करके भी कर सकते हैं, जहाँ A कोई वर्ग आव्यूह है। इस स्थिति में,
|P - λI| = 0 से निम्न प्राप्त होता है
⇒ λ = 1 केवल अलग अभिलक्षणिक मान है।
महत्वपूर्ण बिंदु:
कृप्या अभिलक्षणिक मान और अभिलक्षणिक सदिश के सभी गुणों को याद रखे। सूत्र को लागू ना करे। यह अधिक समय-लेने वाला होगा।
अभिलक्षणिक मान के गुण:
- आव्यूह A के अभिलक्षणिक मानों का योग आव्यूह A के अभिलक्षणिक मान के पथ के बराबर होता है।
- आव्यूह A के अभिलक्षणिक मानों का गुणनफल आव्यूह A के अभिलक्षणिक मानों के सारणिक के बराबर होता है।
- यदि λ आव्यूह A का अभिलक्षणिक मान है, तो λn आव्यूह An का अभिलक्षणिक मान होगा।
- यदि λ आव्यूह A का अभिलक्षणिक मान है, तो kλ आव्यूह kA का अभिलक्षणिक मान होगा जहाँ k अदिश है।
यदि मान लें कि मैट्रिक्स A3×3 के आइगेन मान 1, 3 और 5 हैं। A3 के आइगेन मान होंगे:
Answer (Detailed Solution Below)
Linear Independent Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFआव्यूह
Answer (Detailed Solution Below)
Linear Independent Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFआइगेन मान अभिलक्षणिक समीकरण के मूल हैं।
⇒ |A - λ I| = 0
⇒ λ =1 और (5 – λ) 2 + 36 = 0
(5 - λ) 2 + 36 = 0
⇒ 25 + λ2 – 10λ + 36 = 0
⇒ λ2 – 10λ + 61 = 0
⇒ λ = 1, 5± 6i
वैकल्पिक दृष्टिकोण:
आइगेन मानों के गुणों को निम्न रूप से बनाया जाता है
i) आइगेन मानों का योग = आव्यूह का ट्रेस
ii) आइगेन मानों का गुणनफल = आव्यूह का सारणिक
माना आइगेन मान λ1, λ2 और λ3 है
λ1 + λ2 + λ3 = A का ट्रेस = 1 + 5 + 5 = 11
λ1λ2λ3 = A का सारणिक = 1(25 – (-36)) = 41
Linear Independent Question 10:
यदि v1, v2, …., v6, R4 में छह सदिश हैं तो निम्नलिखित में से कौन सा कथन असत्य है?
Answer (Detailed Solution Below)
Linear Independent Question 10 Detailed Solution
संकल्पना:
आधार: इसे स्थान में सदिशों के उस उपसमुच्चय के रूप में परिभाषित किया जाता है जो रैखिक रूप से स्वतंत्र होते हैं अर्थात् इसे किसी अन्य सदिशों के रैखिक संयोजन के समूह के रूप में परिभाषित नहीं किया जा सकता है।
विस्तृति: इसे स्थान के भीतर रैखिक रूप से स्वतंत्र सदिशों के रैखिक संयोजन के रूप में परिभाषित किया गया है।
R4 : यह 4 रैखिक रूप से स्वतंत्र सदिशों के स्थान को दर्शाता है।
विश्लेषण:
1) R4 से अभिप्रेत है कि 6 सदिशों में से केवल 4 रैखिक रूप से स्वतंत्र सदिश हैं। अतः यह आवश्यक नहीं है कि ये सदिश R4 में फैले हों। (सत्य कथन)
2) ये सभी सदिश रैखिकतः स्वतंत्र नहीं हैं क्योंकि 6 सदिशों में से केवल 4 रैखिकतः स्वतंत्र सदिश हैं। (सत्य कथन)
3) इन सदिशों में से कोई भी चार R4 के लिए आधार नहीं बना सकते क्योंकि केवल रैखिक रूप से स्वतंत्र सदिश R4 के लिए एक आधार बना सकते हैं। 6 सदिशों में से केवल 4 सदिश रैखिकतः स्वतंत्र हैं। तो, यह कथन गलत है। (गलत कथन)
4) यदि {v1, v3, v5, v6}, R4 में फैलते हैं इसका अर्थ है कि सदिश {v1, v3, v5, v6} रैखिक रूप से स्वतंत्र हैं क्योंकि विस्तृति रैखिक रूप से स्वतंत्र सदिशों के रैखिक संयोजन को दर्शाती है इसलिए यह R4 के लिए एक आधार बनाता है। (सत्य कथन)
Linear Independent Question 11:
आव्यूह
Answer (Detailed Solution Below)
Linear Independent Question 11 Detailed Solution
संकल्पना:
यदि A क्रम n का कोई वर्ग आव्यूह है, तो हम आव्यूह [A – λI] बना सकते हैं, जहाँ I, nवां क्रम इकाई आव्यूह है। इस आव्यूह का निर्धारक शून्य के बराबर है अर्थात |A – λI| = 0 को A का अभिलक्षणिक समीकरण कहते हैं।
अभिलक्षणिक समीकरण के मूल अभिलक्षणिक मान(आइगेन मान) या अव्यक्त मूल या आव्यूह A के अभिलक्षणिक मूल कहलाते हैं।
अभिलक्षणिक मानों(आइगेन मानों) के गुण:
एक आव्यूह A के अभिलक्षणिक मानों का योग उस आव्यूह A के अनुरेख के बराबर होता है
एक आव्यूह A के अभिलक्षणिक मानों का गुणनफल उस आव्यूह A के निर्धारक के बराबर होता है
गणना:
माना
|A – λI| = 0
⇒ (3 – λ) [ (2 – λ) (-2 – λ) – (-3)] = 0
⇒ (3 – λ) [-4 – 2 λ + 2 λ + λ2 + 3] = 0
⇒ (3 – λ) [λ2 – 1] = 0
⇒ λ = 3, 1, –1
दिए गए आव्यूह के अभिलक्षणिक मान = 3, 1, -1
वैकल्पिक विधि:
दिए गए आव्यूह के अभिलक्षणिक मानों का योग = अनुरेख = 3 + 2 - 2 = 3
विकल्पों में से -1, 1 और 3 सही है।Linear Independent Question 12:
आव्यूह
P के अलग अभिलक्षणिक मानों की संख्या क्या है?
Answer (Detailed Solution Below)
Linear Independent Question 12 Detailed Solution
संकल्पना:
ऊपरी त्रिभुजाकार आव्यूह या निचली त्रिभुजाकार आव्यूह के अभिलक्षणिक मान केवल आव्यूह के विकर्ण अवयव होते हैं।
गणना:
नीचे दिए गए आव्यूह में,
विकर्ण अवयव 1, 1, और 1 हैं, इसलिए यहाँ केवल एक अलग अभिलक्षणिक मान अर्थात् λ = 1 है।
हम इसकी गणना |A - λI| = 0 लागू करके भी कर सकते हैं, जहाँ A कोई वर्ग आव्यूह है। इस स्थिति में,
|P - λI| = 0 से निम्न प्राप्त होता है
⇒ λ = 1 केवल अलग अभिलक्षणिक मान है।
महत्वपूर्ण बिंदु:
कृप्या अभिलक्षणिक मान और अभिलक्षणिक सदिश के सभी गुणों को याद रखे। सूत्र को लागू ना करे। यह अधिक समय-लेने वाला होगा।
अभिलक्षणिक मान के गुण:
- आव्यूह A के अभिलक्षणिक मानों का योग आव्यूह A के अभिलक्षणिक मान के पथ के बराबर होता है।
- आव्यूह A के अभिलक्षणिक मानों का गुणनफल आव्यूह A के अभिलक्षणिक मानों के सारणिक के बराबर होता है।
- यदि λ आव्यूह A का अभिलक्षणिक मान है, तो λn आव्यूह An का अभिलक्षणिक मान होगा।
- यदि λ आव्यूह A का अभिलक्षणिक मान है, तो kλ आव्यूह kA का अभिलक्षणिक मान होगा जहाँ k अदिश है।
Linear Independent Question 13:
निम्न आव्यूह पर विचार करें।
Answer (Detailed Solution Below)
Linear Independent Question 13 Detailed Solution
संकल्पना:
दिया गया आव्यूह एक ऊपरी त्रिकोणीय आव्यूह है।
ऊपरी/निचले/विकर्ण आव्यूह के लिए अभिलाक्षणिक मान विकर्ण तत्व होते हैं।
गणना:
विकर्ण तत्व 3, 0, 2 हैं
इसलिए अभिलाक्षणिक मान हैं
λ1 = 2
λ2 = 0
λ3 = 3
Linear Independent Question 14:
यदि मान लें कि मैट्रिक्स A3×3 के आइगेन मान 1, 3 और 5 हैं। A3 के आइगेन मान होंगे:
Answer (Detailed Solution Below)
Linear Independent Question 14 Detailed Solution
Linear Independent Question 15:
आव्यूह
Answer (Detailed Solution Below)
Linear Independent Question 15 Detailed Solution
आइगेन मान अभिलक्षणिक समीकरण के मूल हैं।
⇒ |A - λ I| = 0
⇒ λ =1 और (5 – λ) 2 + 36 = 0
(5 - λ) 2 + 36 = 0
⇒ 25 + λ2 – 10λ + 36 = 0
⇒ λ2 – 10λ + 61 = 0
⇒ λ = 1, 5± 6i
वैकल्पिक दृष्टिकोण:
आइगेन मानों के गुणों को निम्न रूप से बनाया जाता है
i) आइगेन मानों का योग = आव्यूह का ट्रेस
ii) आइगेन मानों का गुणनफल = आव्यूह का सारणिक
माना आइगेन मान λ1, λ2 और λ3 है
λ1 + λ2 + λ3 = A का ट्रेस = 1 + 5 + 5 = 11
λ1λ2λ3 = A का सारणिक = 1(25 – (-36)) = 41